- March 17, 2018
बायो सीएनजी प्लान्ट के लिए विभागों के मध्य समझौता
बुलन्दशहर (सू0वि0)———- राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण एवं मुख्य सचिव उ0प्र0 द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप बुलन्दशहर जनपद को प्रदूषण मुक्त रखने एवं पर्यावरण की दृष्टि से आदर्श जनपद बनाने के उद्देश्य से जनपद में बायो सीएनजी एवं बायो फर्टिलाइजर के उत्पादन हेतु संयत्र की स्थापना किये जाने के विषय में नेचर फ्रेण्ड रिसर्चर्स एण्ड प्रोसेसर कम्पनी तथा नगर पालिका परिषद बुलन्दशहर के बीच जिलाधिकारी डाॅ0 रोशन जैकब की मध्यस्थता में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) तैयार किया गया है।
एमओयू के अन्तर्गत नगर पालिका परिषद, बुलन्दशहर द्वारा उपरोक्त बायो संयत्र की स्थापना हेतु 1000 घनमीटर परियोजना के लिए 1665 वर्गमीटर भूमि तथा 7500 घनमीटर वाली परियोजना के लिए 7200 वर्ग मीटर भूमि का आवंटन नेचर फ्रेण्ड, रिसर्चर्स एवं प्रोसेसर कम्पनी को निःशुल्क किया जायेगा।
समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत नगर पालिका शहर में स्थित डेयरियों के संचालकों से सम्पर्क कर बायो सीएनजी प्लान्ट हेतु एजेन्सी को उपलब्ध करायेगी साथ ही कचरे से उत्पादित जैविक खाद की अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज भी प्रदान करेगी। नगर पालिका परिषद परियोजना स्थल पर स्थानीय निवासियों द्वारा किये जाने वाले अतिक्रमण को भी रोकने के लिए तत्पर रहेगी।
समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत नगर पालिका परिषद बुलन्दशहर के अतिरिक्त उक्त परियोजना में कृषि विभाग, कृषि उत्पादन मण्डी समिति, गन्ना विभाग, उद्योग विभाग एवं क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बुलन्दशहर द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जायेगा।
कृषि उत्पादन मण्डी समिति मण्डी परिसर से निकलने वाले जैविक कचरे के पृथकीकरण हेतु जिलाधिकारी द्वारा चयनित भूमि का उपयोग प्रदान करते हुए कच्चे माल के परिवहन हेतु रास्ता भी उपलब्ध करायेगी। संयंत्र/परियोजना द्वारा उत्पादित गुणवत्ता पूर्ण जैविक खाद को सस्ती दरों पर कृषकों को उपलब्ध कराने हेतु निःशुल्क कृषि सेवा केन्द्र/दुकानों का आवंटन भी करेगी।
किसानों द्वारा फसल अवशेषों को जलाने से रोकने के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें परियोजना हेतु अवशेष बेचने के लिए आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करेंगी और जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए संयंत्र द्वारा उत्पादित जैविक खाद विभिन्न शिविरों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध करायेंगी।
परियोजना शुरू करने वाली एजेन्सी नेचर फ्रेण्ड रिसर्चर्स एवं प्रोसेसर एमओयू के पश्चात केन्द्र सरकार के सेन्ट्रल गारण्टी ट्रस्ट की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेगी। परियोजना के लिए उक्त एमओयू की अवधि 20 वर्ष होगी।