• March 17, 2018

राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद का अधिवेशन

राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद का अधिवेशन

जयपुर—– मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि किसी भी प्रदेश का भविष्य वहां के अधिकारियों की कार्यशैली से तय होता है। अधिकारी गेम चेंजर हैं, जो अपनी सेवाओं से प्रदेश की तस्वीर बदल सकते हैं।
1
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार टीम राजस्थान ने बेहतर कार्य करते हुए प्रदेश को अग्रणी राज्यों में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है, वह सराहनीय है।

श्रीमती राजे शनिवार को इंदिरा गांधी पंचायतीराज संस्थान में राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद् के अधिवेशन को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि एक ऎसा परिवार है जिसे जनता की सेवा का विशेष अवसर मिला है। इस पर खरा उतरकर हम राजस्थान का भविष्य संवार सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब हम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों को जानने के लिए दूसरे राज्यों मे जाते थे, लेकिन पिछले चार वर्ष में इस क्षेत्र में राजस्थान ने इतनी प्रगति की है कि देश के दूसरे राज्य हमारे नवाचारों को अपना रहे हैं। यह सब आप सबकी कार्य कुशलता से ही सम्भव हुआ है। इसी तरह प्रदेश में आप सबके सहयोग से शिक्षा, भामाशाह, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन, न्याय आपके द्वार, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, अन्नपूर्णा रसोई, स्वच्छ भारत मिशन सहित कई योजनाएं सफलतापूर्वक लागू हुईं हैं, जिनसे प्रदेश का मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के मामले में तो हम देश में लीडर हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि हर काम में कोई न कोई चुनौती आती ही है, लेकिन एक कुशल प्रशासक वही है, जो इन समस्याओं के बावजूद जनता की सेवा के लिए तत्पर रहता है और आमजन को राहत पहुंचाने के लिए हर सम्भव प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी आमजन के लिए ‘समस्या का अंतिम पड़ाव‘ बनें। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में अधिक से अधिक समय बिताएं और लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को दूर करें।

मुख्य सचिव श्री एनसी गोयल ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन आप सब अधिकारियों के बिना सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि आपके सामूहिक प्रयासों से ही योजनाओं को गति मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जो पैसा राहत, बाढ़ सहायता, कृषि अनुदान और मुआवजों के लिए स्वीकृत कर दिया है, उसे तत्काल प्रभाव से पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाएं ताकि उन्हें समय पर इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी राज्य सरकार की बजट घोषणा के त्वरित क्रियान्वयन पर भी ध्यान दें।

राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष श्री पवन अरोड़ा ने परिषद की गतिविधियों की जानकारी दी और सभी का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर शासन सचिव कार्मिक श्री भास्कर सावंत तथा परिषद के अन्य पदाधिकारी और प्रदेशभर से आए आरएएस अधिकारी उपस्थित थे।

Related post

शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण: अभियोजक पिछले चार से पांच मौकों पर पेश नहीं

शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण: अभियोजक पिछले चार से पांच मौकों पर पेश नहीं

दिल्ली उच्च न्यायालय : अभियोजन पक्ष ने छात्र कार्यकर्ता शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण मामले में…
भारत को जलवायु परिवर्तन से 141 अरब डॉलर का संभावित नुकसान: स्वास्थ्य पर बढ़ता संकट

भारत को जलवायु परिवर्तन से 141 अरब डॉलर का संभावित नुकसान: स्वास्थ्य पर बढ़ता संकट

लखनऊ (निशांत सक्सेना ) एक नई रिपोर्ट में यह उजागर किया गया है कि जलवायु परिवर्तन…
कितना सफल है गांवों में हर घर शौचालय का लक्ष्य ? सुहानी

कितना सफल है गांवों में हर घर शौचालय का लक्ष्य ? सुहानी

लुनकरणसर –(राजस्थान)——इस माह के शुरू में राष्ट्रीय स्तर के एक समाचारपत्र ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण…

Leave a Reply