- March 14, 2018
एनपीपीसीडी कार्यक्रम की उपलब्धियों व सुद्दढ़ीकरण पर मंथन
जयपुर———— राष्ट्रीय बहरापन नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यक्रम द्वारा वर्ल्ड हियरिंग डे के उपलक्ष्य में बुधवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन की अध्यक्षता में ईएनटी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में प्रदेश के 18 जिलों में संचालित राष्ट्रीय बहरापन नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यक्रम के तहत संचालित ईकाईयों की उपलब्धियों एवं इनके सुद्दढ़ीकरण हेतु विचार-विमर्श किया गया।
श्री जैन ने विभिन्न गतिविधियों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की एवं इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के 18 जिलों में अजमेर, अलवर, बांसवाडा, बारां, बाडमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, गंगानगर, जैसलमेर, जयपुर द्वितीय, झुंझनूं, जोधपुर, कोटा, नागौर, सीकर, टोंक एवं उदयपुर में यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में जनवरी तक एक हजार 396 स्क्रीनिंग शिविर आयोजित कर बहरापन प्रभावित लोगों को आवश्यक परामर्श एवं उपचार सेवायें उपलब्ध करायी गयीं हैं। कार्यक्रम के तहत 3 हजार 521 मरीजों को स्पीच थैरेपी एवं 664 मरीजों के कानों की आवश्यक सर्जरी कर उपचार उपलब्ध कराया गया है।
इस अवसर पर मिशन निदेशक ने कहा कि जहां चाह, वहां राह है.. चिकित्सा सेवाओं हेतु वित्तीय संसाधनों की कोई कमी नहीं है, इसलिये संबंधित अधिकारीगण प्रभावी कार्य योजना बनाकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का जन-समुदाय तक लाभ पहुंचायें।
उन्होंने कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिये राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कार्यरत स्वास्थ्य दलों को बहरापन नियंत्रण कार्यक्रम संबंधी आवश्यक प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये हैं।
समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि से भी जरूरतमंद लोगों को हियरिंग एड दिलवाने पर चर्चा की।
बैठक में स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. निर्मला व संबंधित 18 जिलों के उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ईएनटी चिकित्सक, आडियोलाजिस्ट, सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।