- January 2, 2018
1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार
जयपुर———- राज्य में इस बार माध्यमिक, प्रवेशिका, उच्च माध्यमिक एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली रिकॉर्ड 1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार एवं गार्गी प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि राज्य की प्रतिभावान इन बालिकाओं को 48.70 करोड़ रुपये राशि के गार्गी पुरस्कारों का वितरण आगामी 22 जनवरी को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बालिका शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए किए जा रहे प्रयासों के कारण राज्य में गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं की संख्या में पिछले वर्षों के दौरान तीन गुना वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि चार वर्ष पहले प्रदेश में मात्र 44 हजार बालिकाओं को ही गार्गी पुरस्कार मिला था परन्तु इसके बाद गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं में निरंतर वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 91 हजार 780 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया गया था। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 34 हजार 631 अधिक बालिकाओं को यह पुरस्कार मिलेगा।
श्री देवनानी ने बताया कि गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं में इस बार जयपुर प्रथम स्थान पर रहा है। यहां पर 9 हजार 470 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दूसरे स्थान पर सीकर जिला रहा है। सीकर की 4 हजार 760 बालिकाओं को इस बार गार्गी पुरस्कार मिलेगा। इसी तरह तीसरे नम्बर पर रहने वाले जिले नागौर की 3 हजार 686 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि गार्गी पुरस्कार उन बालिकाओं को दिया जाता है जो माध्यमिक, प्रवेशिका, उच्च माध्यमिक एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करती हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार प्रदेश की 1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं ने 75 प्रतिशत एवं अधिक अंक प्राप्त कर अपने आप में एक रिकॉर्ड बनाया है। यह इस बात का प्रमाण है कि बालिका शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश में सभी स्तरों पर गुणवत्ता में वृद्धि हुई है।
श्री देवनानी ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा की दृष्टि से राजस्थान निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं के साथ ही उन विद्यालयों के शिक्षकों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं जिन्होंने बालिकाओं को निरंतर शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान के लिए यह गर्व की बात है कि गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है।