- December 13, 2017
एक लाख 12 हजार से अधिक श्रमिकों को लाभ
बिलासपुर (छत्तीसगढ)—- जिले में श्रम विभाग के माध्यम से विगत् 14 वर्षों में 2 लाख 17 हजार से अधिक श्रमिकों को पंजीकृत किया गया है तथा एक लाख 12 हजार से अधिक श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया है।
श्रम विभाग द्वारा पूर्व में संगठित श्रमिकांे के लाभ एवं कल्याण हेतु विभिन्न अधिनियमों के प्रवर्तन का कार्य किया जाता था, किन्तु विगत् 14 वर्षों में भवन एवं सड़क निर्माण के कार्य में लगे हुए असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के लिए भी योजनाएं क्रियान्वित की गई है।
छत्तीसगढ़ भवन निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के माध्यम से कुल 22 योजनायें तथा असंगठित कर्मकार कल्याण मण्डल के माध्यम से कुल 25 योजनायें बनाकर श्रमिकों के जीवन में उजाला किया जा रहा है। पहले धोबी, मोची, नाई, सफाई कामगार, रेजा, कुली, कचरा बिनने वालों के लिये किसी भी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा नहीं थी। अब सभी 53 प्रवर्ग के असंगठित कामगारों एवं 60 प्रवर्ग के भवन निर्माण श्रमिकों के लिये कुल 47 योजनायें बनी है।
बढ़ई का कार्य करने वाले एक श्रमिक के पुत्र अखिलेश्वर यादव, जोएन.आई.टी. नागपुर में बी-टेक में अध्ययनरत् है, उसके हॉस्टल, मेस, स्टेशनरी का पूरा व्यय श्रम विभाग द्वारा वहन किया जा रहा है। जिले के 15 मेघावी छात्रों की तकनीकी शिक्षा का व्यय भी विभाग द्वारा वहन किया जा रहा है।
लगभग 3151 श्रमिकों का कौशन उन्नयन कर उन्हें रोजगार के साधन उपलब्ध कराकर उनके जीवन स्तर में सुधार लाया गया है। लगभग 150 महिला श्रमिकों द्वारा सिलाई कार्य के द्वारा आय अर्जित की जा रही है। उनके द्वारा अब तक 1,80,000 शाला गणवेश सिलाई की गई है। अब तक कुल 80 लोगों को ई-रिक्शा एवं 10 लोगों को ई-ठेला देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराकर उनके बेहतर जीवन का मार्ग प्रशस्त किया गया है। जब किसी दुर्घटना में रेजा कुली की मृत्यु हो जाती थी तो परिवार को भरण पोषण में परेशानी आती थी।
सरकार ने उनकी परेशानी को समझा और उनके लिए योजनाएं बनाई। अबतक कुल 20 श्रमिकांे को दुर्घटना मृत्यु पर राशि रू. 1-1 लाख की सहायता देकर उनके परिवार को आर्थिक संबल प्रदान किया गया है एवं 814 श्रमिकों के परिवार को रू. 30-30 हजार रूपये की सहायता दी गई है।
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा निर्माणी श्रमिकों के लिए राजमाता विजयाराजे कन्या विवाह सहायता योजना, विश्वकर्मा दुर्घटना मृत्यु अनुग्रह एवं अन्तेष्टि सहायता योजना, भगनी प्रसूति सहायता, मेघावी छात्र-छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन, दुर्घटना में चिकित्सा सहायता, मुख्यमंत्री कौशल विकास परिवार सशक्तिकरण सहायता, दुर्घटना में स्थायी दिव्यांग सहायता योजना, मुख्यमंत्री सायकल सहायता, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता, मुख्यमंत्री औजार किट सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता, श्रम मित्र योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना संचालित की जा रही है। इन योजनाओं से 78 हजार 190 श्रमिकों को 21 करोड़ 56 लाख 51 हजार से अधिक की राशि सहायता के रूप में प्रदान की गई है।
असंगठित कर्मकारों के लिए मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना, सिलाई मशीन सहायता योजना, हॉकर हेतु सायकल सहायता योजना, मुख्यमंत्री राउत चरवाहा एवं दूध दुहने वालों के लिये सायकल सहायता योजना, कोटवारों हेतु सायकल एवं टार्च सहायता, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, ई-रिक्शा सहायता, ई-ठेला सहायता, अंत्येष्टि सहायता, सफाई कर्मकारों के लिए कौशल उन्नयन, बच्चों हेतु छात्रवृत्ति, प्रसूति सहायता योजना, विवाह योजना, उपकरण सहायता योजना, ठेके में कार्यरत् श्रमिक एवं घरेलु महिला कामगारों एवं हमाल श्रमिकों के लिए छात्रवृत्ति प्रसूति सहायता योजना, घरेलु महिला कामगारों के लिए सायकल, छतरी, चप्पल, जूता सहायता योजना, घरेलु महिला कामगार कौशल उन्नयन तथा परिवार सशक्तिकरण योजना संचालित की जा रही है।
इन योजनाओं से अबतक 34 हजार 151 श्रमिकों को 6 करोड़ 53 लाख 67 हजार रूपये की सहायता प्रदान की जा चुकी है।