• December 13, 2017

जयपुर, जोधपुर व अजमेर में फेसिलिटी सेंटर शुरु—-सचिव,एमएसएमई

जयपुर, जोधपुर व अजमेर में फेसिलिटी सेंटर शुरु—-सचिव,एमएसएमई

जयपुर, 13 दिसंबर। प्रमुख शासन सचिव एमएसएमई डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि राज्य में जयपुर, अजमेर और जोधपुर में एमएसएमई इंवेस्टमेंट फेसिलिटी सेंटरों (एमआईएफसी) की स्थापना कर दी गई हैं वहीं चरणवद्ध तरीके से सभी जिला उद्योग केन्द्रों में एमआईएफसी स्थापना की जाएगी।

डॉ. अग्रवाल बुधवार को उद्योग भवन मेें मुख्यमंत्री घोषणा, मुख्यमंत्री निर्देश, सुराज संकल्प, बजट घोषणाओं, हेल्पलाईन, संपर्क पोर्टल, वेबसाइट के अपडेशन, कोर्ट केसेज एवं केन्द्र सरकार के स्तर पर विचाराधीन प्रकरणों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निस्तारण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नवल कुमार सैन के प्रयासों की सराहना भी की।

प्रमुख सचिव डॉ. अग्रवाल ने विचाराधीन न्यायिक प्रकरणों में तीन माह में आवश्यक रुप से जवाबदावा पेश करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग व संबंधित संस्थाओं को वेबसाइट को निरंतर तातारीख रखने, आवश्यक आदेश-निर्देश अपलोड करने और आवश्यक जानकारियां प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बजट राशि का समय पर उपयोग सुनिश्चित करने को कहा।

बैठक में अतिरिक्त निदेशकों में डीसी गुप्ता, एलसी जैन, पीके जैन, संयुक्त निदेशकों में पीआर श्शर्मा, एसएस शाह, सीएल वर्मा,उपनिदेशक सांख्यिकी उपेन्द्र कौशिक, प्रमिला भंसाली, उपनिदेशकों में संजय मामगेन, चिरंजी लाल, एसएल पालीवाल, निधी शर्मा, रवीश कुमार, केके पारीक, रश्मिकांत नागर, राजसिको के रवि अग्रवाल, आरएसडीसी के नायाब खान, रुडा, बुनकर संघ आदि के अधिकारी उपस्थित थे।

Related post

तर्कहीन बयानों से जूझती चुनावी राजनीति

तर्कहीन बयानों से जूझती चुनावी राजनीति

तर्कहीन बयानों से जूझती चुनावी राजनीति भ्रमित होते आम मतदाता किस पर करे विश्वास ——–  सुरेश…
VVPAT पर्चियों के 100% सत्यापन की याचिका खारिज  : सुप्रीम कोर्ट

VVPAT पर्चियों के 100% सत्यापन की याचिका खारिज : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने 24 अप्रैल को मतदाता सत्यापन योग्य पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों के साथ…
किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

फूलदेव पटेल–(मुजफ्फरपुर)—-“हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है. खेतों में सिंचाई…

Leave a Reply