- November 24, 2017
योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा
जयपुर, 24 नवंबर। राजस्व, उपनिवेशन, पुर्नवास राज्य मंत्री एवं जैसलमेर जिले के प्रभारी श्री अमराराम चौधरी ने जैसलमेर जिले में संचालित राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं की शुक्रवार प्रातः कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की। उन्होंनें जिले में समस्याग्रस्त गांवों में आधारभूत सेवाओ की अबाध आपूर्ति की हिदायत देते हुए इसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी।
श्री चौधरी ने मरुस्थलीय जिले में मुख्यतया पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए विद्युत विभाग एवं जलप्रदाय विभाग के अभियंताओं को सख्त निर्देश दिए कि वे नगरीय एवं ग्रामीणांचलों में प्रभावित हुई पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था को अविलम्ब बेहतरीन ढंग से सुव्यवस्थित एवं सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि आमजन को मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करने में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियें को कतई माफ नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में जहां कहीं पर भी खराब पड़े ट्यूवेलों, जीएलआर, क्षतिग्रस्त पाईप लाईन ,असेवायोग्य विद्युत ट्रांसफोर्मरों की तत्काल मरम्मत करवा कर लोगों को सर्वोच्च प्रामिकता प्रदान कर उन्हें राहत पहंंुचावें।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सार्थक प्रयासों से स्वर्ण नगरी जैसलमेर हवाईसेवा से जुड़ चुका है जिसके कारण पर्यटन गतिविधियों के विकास में नये पंख लगेगेें। यह हम सबके लिए गौरव एवं बड़े खुशी की बात हैै। इसके लिए उन्होंनें जिले के सभी निवासियों, जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों को बधाई दी।
श्री चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूर-दराज तथा सीमावर्ती इलाकों के विकास तथा बुनियादी सुविधाओं के लिए बडी राशि खर्च की जा रही है लेकिन इसका लाभ सुनिश्चित करने के लिए जनप्रतिनिधियों तथा सरकारी अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी अतिआवश्यक है।
श्री चौधरी ने कहा कि जैसलमेर जिला वृहत भू-भाग में फैला हुआ है तथा यहां छितरी हुई आबादी है एवं गर्मी की भी अत्यधिकता रहती है इसलिए पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना सबसे बडी चुनौती है इसलिए पेयजल विभाग युद्व स्तर पर कार्य कर जिला मुख्यालय व बड़े कस्बों के अलावा दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर हाल में पेयजल की आपूर्ति करेंं।
इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री ने जिले के सभी गांवों में पेयजल आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश देते हुए कहा कि हर हाल में लोगों को पीने का पानी मुहैया होना चाहिए तथा पशुधन पेयजल के अभाव में तडपना नहीं चाहिए।
चौधरी ने पेयजल स्त्रोतों पर अबाध बिजली आपूर्ति करने के लिए बिजली विभाग को पाबंद किया। साथ ही पेयजल विभाग को उनके पेयजल स्त्रोतों पर पृथक से डेडीकेटेट बिजली की लाइने लगवाने के लिए प्रस्ताव भेजने तथा इसे क्रियान्वित करने के निर्देश दिये ताकि इन लाइनों में नियमित तथा पूरे वोल्टेज के साथ बिजली की आपूर्ति हो सके।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम को निर्देश कि वर्तमान में जो पीएचडी के डेडीकेटेड फीडर है उन पर किसी भी हालत में अन्य कनेक्शन नहीं होने चाहिए ताकि पेयजल आपूर्ति सतत् एवं नियमित होती रहें। चौधरी ने जिले में बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। तथा विद्युत कटौती की सूचना पर्याप्त समय रहते प्रसारित करने के निर्देश दिये।
प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री सम्पर्क पार्टल पर दर्ज लम्बित प्रकरणों , मुख्यमंत्री बजट घौषणा, मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन योजना , भामाशाह योजना , नरेगा कार्यो,प्रधानमंत्री सड़क योजना ,सीमाक्षेत्र विकास योजना , सांसद और विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम बीएडीपी ,मिड -डे-मील , सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना , पालनहार योजना ,भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हुए कार्यो के संबंध में अब तक हुई प्रगति के संबंध में फीडबैक लिया और एक-एक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा की।