- November 19, 2017
कैंसर का प्रकोप चिंताजनक —मंत्री ओमप्रकाश धनखड़
झज्जर, 19 नवंबर। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने राज्य में कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी का कारण जानने के लिए अध्ययन कराने की मांग की है।
कृषि मंत्री ने आज यह जानकारी गांव दुजाना में स्व. डा. अजय धनखड़ की स्मृति में आयोजित रक्तदान शिविर व सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए व मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए दी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स), नई दिल्ली के कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. अतुल शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर रक्तदान शिविर व सेमिनार का शुभारंभ किया।
हरियाणा के श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी व लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी भी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे। स्व. डा. अजय धनखड़ के सहपाठी डा. पवन सैनी विधायक ने सबसे पहले रक्तदान किया।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स), नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर में 200 से अधिक रक्तदाताओं ने पंजीकरण कराया जबकि रक्तदान शिविर में 135 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ।
नर्सिंग केयर व सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की रखी मांग
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगें———–
****बाढ़सा स्थित एम्स परिसर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के साथ ही एक बड़ा सामान्य अस्पताल।
*** गंभीर बीमारी से जूझने वाले मरीजों की देखभाल के लिए नर्सिंग केयर अस्पताल,
*** एम्स परिसर में सोलर पावर प्लांट स्थापित करना।
*** परिसर को दिल्ली मेट्रो से जोडऩे में सहयोग ।
कैंसर के बढ़ते मामलों का जिक्र करते हुए धनखड़ ने पंडित भगवत दयाल शर्मा मेडिकल यूनिवर्सिटी, रोहतक के कैंसर विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते बताया कि वर्ष 2002 में यहां पर कैंसर के पांच हजार मरीज आए थे जबकि 2012 में यह संख्या 35 हजार हो गई थी।
पीजीआई रोहतक 2002 में पांच हजार, 2012 में पहुंचे 35 हजार कैंसर के मरीज
श्री धनखड़ ने बताया कि शहरों की प्रदूषित हवा से दूर ग्रामीण अंचलों में ऐसे लोग भी इस मर्ज की चपेट में आ रहे है जिन्होंने कभी तंबाकू, शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं किया। इसकी वजह खेती में कीटनाशकों व रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध इस्तेमाल भी हो सकता है। कहीं यह बीमारी हमारी खेती के साथ सह उत्पाद के तौर पर तो नहीं पनप रही।
पंजाब में भटिंडा-तलवंडी साबों आदि इलाकों का उदाहरण रखते हुए उन्होंने बताया कि खान-पान का रासायन आधारित होना भी बड़ी वजह हो सकती है। विशेष अध्ययन के जरिए बीमारी के बढ़ते प्रकोप के कारण का जितना जल्दी ज्ञान होगा तो उतनी ही जल्दी अनेक जानें बचाई जा सकती है।
कृषि मंत्री ने स्व. डा. अजय धनखड़ को अपना छोटा भाई बताते हुए उनकी स्मृति, उनके काम व व्यक्तित्व को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए उनके परिवार, शुभचिंतकों व क्षेत्रवासियों का रक्तदान शिविर व सेमिनार आयोजित करने के लिए आभार जताया। उनका जन्म एक मकसद के लिए हुआ था। वे अपने मित्रों में एक कुशल संगठन मंत्री थे। सबको आपस में जोड़े रखने में उनकी ऊर्जा अतुलनीय थी।
तंबाकू का सेवन कैंसर का मुख्य कारण
मुख्य अतिथि एवं एम्स के कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. अतुल शर्मा ने बताया कि फेफड़े व गले के कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू का सेवन है। जबकि महिलाओं में बच्चेदानी व ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते है। उन्होंने बताया कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैंसर की बीमारी का कोई लक्ष्ण प्रारंभिक तौर पर सामने नहीं आता। हालांकि महिलाओं के मामले में समय पर जांच व ईलाज शुरू हो जाए तो इसका निदान संभव है।
स्व. डा. अजय धनखड़ की धर्मपत्नी डा. सुमित्रा धनखड़ ने रक्तदान शिविर-सेमिनार में पहुंचने पर सभी का आभार जताया। इस अवसर पर जिला परिषद के चेयरमैन परमजीत सौलधा, उपाध्यक्ष योगेश सिलानी, भाजपा नेता विक्रम कादियान, कृषि मंत्री के मीडिया सलाहकार डा. प्रवीण खुराना, एम्स की डा. वंदना, डा. संजीव मढिया, डा. भागमल खत्री, डा. आरके जांगड़ा, हरपाल, चंद्रसेन, विजय धनखड़, मार्केट कमेटी बेरी के चेयरमैन मनीष शर्मा, राजेंद्र शर्मा, संजीव कादियान, जिला पार्षद सीमा दहिया, सुनीता चौहान, पितांबर शर्मा आदि उपस्थित रहे।
प्रशासन एसडीएम बेरी संजय राय, बीडीपीओ इकबाल राठी, नायब तहसीलदार रमेश कुमार व सहायक सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।