- November 7, 2017
स्मार्ट सिटी एक्सपोजर कम ट्रेनिंग प्रोग्राम
भोपाल :(बिन्दु सुनील)———स्मार्ट सिटी के निर्माण का मूल उद्देश्य शहरवासियों के जीवन को सुलभ, सुगम और सुविधायुक्त बनाना है। स्मार्ट सिटी की योजना एक मिशन है। इसके तहत मध्यप्रदेश में किए गए कार्य अन्य शहरों के लिए मिसाल बनेंगे। श्रीमती सिंह आज यहाँ होटल कोर्टयाड मैरियट में दो दिवसीय र्स्माट सिटी एक्सपोज़र कम ट्रेनिंग प्रोग्राम को संबोधित कर रही थीं। श्रीमती सिंह ने आशा व्यक्त की कि दो दिवसीय ट्रेनिंग से स्मार्टसिटी के मिशन को नई दिशा मिलेगी।
श्रीमती माया सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी में भारत के 100 शहर शामिल किए गए। देश में मध्यप्रदेश ही एक मात्र राज्य है जहाँ से सर्वाधिक 7 शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना को इस योजना में शामिल किया गया।
नगरीय विकास मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी की अवधारणा है कि नागरिकों को बुनियादी सुविधा के साथ-साथ उच्च स्तरीय गुणवत्ता का स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए नागरिकों के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें भी प्रोजेक्ट की बारीकियों से अवगत कराना जरूरी है।
स्मार्ट सिटी के संचालक श्री सजीश कुमार ने कहा कि बेहतर परिणामों के लिए शहरी स्तर पर नेतृत्व तय किए गए हैं। अन्य लोगों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य को भी अपनाने का प्रयास आवश्यक है। आयुक्त, नगरीय विकास श्री विवेक अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत किए गए विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।
दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिल भोपाल में पब्लिक बाईक शेयरिंग, स्मार्ट पोल और इंटेलिजेंट स्मार्ट लाइट, साइकिल ट्रेक तथा बायोमिथेन प्लांट के बारे में जानकारी दी जाएगी। दूसरे दिन 8 नवम्बर को इंदौर एवं जबलपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के प्रजेंटेशन के अलावा हेरिटेज घोषित सदर मंजिल, वोट क्लब तथा जनजाति संग्रहालय का जायजा लिया जाएगा।