- November 5, 2017
बेटियों के आदर और भ्रूण लिंग चयन प्रतिषेध का संदेश घर-घर
जयपुर——— चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान के तहत अध्यक्ष राज्य प्राधिकृत अधिकारी एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने शनिवार को स्थानीय कृषि अनुसंधान केन्द्र के सभागार में जनजागरण की ऎतिहासिक शुरूआत करते हुए 650 से अधिक डेप रक्षक वॉलींटियर को प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त ये रक्षक प्रदेशभर की विभिन्न शिक्षण संस्थानों व प्रशिक्षण केन्द्रों सहित बड़े कोचिंग सेंटरों में अध्ययनरत युवाओं के माध्यम से समाज में बेटियों के प्रति आदर और गर्भस्थ शिशु के भ्रूण लिंग चयन प्रतिषेध का संदेश घर-घर पहुंचाया जायेगा।
श्री जैन ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रावधानों, जनसमुदाय में गहरी जड़ें जमा चुकी बेटा-बेटियों के बीच सोच में बदलाव लाने का संदेश सहित पब्लिक स्पीकिंग व कम्युनिकेशन स्किल के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने इस दौरान मार्मिक वीडियो दिखाकर भ्रूण हत्या के दौरान गर्भस्थ शिशु की अपील का सजीव प्रस्तुतीकरण किया।
मिशन निदेशक ने बताया कि आगामी 17 नवम्बर को प्रदेश के 400 से अधिक कॉलेजों, बड़े स्कूलों व प्रशिक्षण केन्द्रों में एक साथ अलग-अलग स्थानों पर डॉटर्स आर प्रीसियस कार्यक्रम आयोजित कर वृहद् स्तर पर बेटी बचाओ अभियान की महाज्योति जागृत की जायेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री के.के.पाठक ने डेप-प्रशिक्षकों को बेटी बचाने में सदैव सहयोग करने एवं भू्रण लिंग चयन व भ्रूण लिंग हत्या के कुकृत्य में किसी भी रूप में सहभागिता नहीं करने की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर श्री प्रफुल्ल कुमार, माउंट एवेरेस्ट पर फतह करने वाले श्री गौरव शर्मा, साहित्यकार श्री रिजवान एजाजी, महिला संगठनों की प्रतिनिधि श्रीमती अलका बतरा व श्रीमती रजनी पेरीवाल, परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी श्री रघुवीर सिंह, डवलपनमेंट पार्टनर व स्वयंसेवी संस्थानों के प्रतिनिधि, मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि, राज्यस्तरीय व जिलों से एनएचएम अधिकारी सहित आमजनों ने सहभागिता की।