- October 24, 2017
‘आंगनवाड़ी सशक्तिकरण अभियान’– महिला पर्यवेक्षक आंगनवाड़ी केन्द्र के नाम
जयपुर—————-महिला एवं बाल विकास के उद्देश्य से बांसवाड़ा जिले में संचालित हो रहे आंगनवाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ‘आंगनवाड़ी सशक्तिकरण अभियान’ का शुभारंभ मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से इन आंगनवाड़ी केन्द्रों को संजीवनी प्रदान करने की पहल की जा रही है।
प्रतिदिन जिले के 85 आंगनवाड़ी केन्द्रों की हालात सुधारने के लिए जिले की सभी महिला पर्यवेक्षक एक-एक आंगनवाड़ी केन्द्र पर पूरा दिन देते हुए जिले के इस अनूठे अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करेंगी।
महिला पर्यवेक्षक पूरा दिन देंगी एक केन्द्र पर ———–
अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग में अब तक उच्चाधिकारियों द्वारा किए जाने वाले आंगनवाड़ियों के निरीक्षण को प्रभावी बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एक चैक लिस्ट और पर्यवेक्षण लिस्ट तैयार की गई है। जिला कलक्टर श्री भगवतीप्रसाद ने बताया कि अभियान के तहत समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को चैक लिस्ट और पर्यवेक्षण लिस्ट प्रदान करते हुए निर्देशित किया गया है कि संबंधित सेक्टर महिला पर्यवेक्षकों को पाबंद करें कि वे प्रतिदिन एक आंगनवाड़ी केन्द्र पर पहुंचे और पूरा दिन उस केन्द्र पर रूककर चेक लिस्ट और पर्यवेक्षण लिस्ट के अनुसार उस केन्द्र पर समस्त प्रकार की विभागीय गतिविधियों का संचालन करवाये। इस दौरान महिला पर्यवेक्षक को आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता व आशा सहयोगिनी के माध्यम से उस आंगनवाड़ी केन्द्र पर पाई जाने वाली सभी कमियों को दूर करवाते हुए केन्द्र को अप-टू-डेट कराया जायेगा।
इन कार्यों पर होगा विशेष फोकस————-
जिला कलक्टर ने बताया कि चैक लिस्ट के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता के माध्यम से पर्यवेक्षित केन्द्र का संपूर्ण रेकार्ड संधारण करवाना, केन्द्र के अंदर व बाहर की साफ-सफाई करवानी, आंगनवाड़ी केन्द्र के भीतर विभाग संबंधित गतिविधियों के संचालन की आवश्यक सूचनाएं प्रदर्शित करना, प्री-स्कूल शिक्षा संबंधी चार्ट लगवाना, केन्द्र पर बैठक सुनिश्चित करना, भंडारण संबंधी वस्तुओं का भण्डार कक्ष में रखवाना, आंगनवाड़ी केन्द्र पर जन सहयोग के माध्यम से रंग-रोगन करवाना इत्यादि कार्यों को करवाया जायेगा।
कलक्टर के सख्त निर्देश, लापरवाही पर होगी कार्यवाही————-
कलक्टर ने इस अभियान के सफल संचालन के लिए विभागीय अधिकारियों को पूरी गंभीरता से निर्दिष्ट कार्यों को करवाने के लिए पाबंद किया है और कहा है कि केन्द्र पर इन समस्त कार्यों में महिला पर्यवेक्षकों की अहम भूमिका रहेगी। इन कार्यों को करवाने में बाल विकास परियोजना अधिकारियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और कार्यों का समय-समय पर जिला कलक्टर द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। कलक्टर ने कहा है कि कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही एवं उदासनीता बरतने पर दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
विभाग ने भी की पुख्ता व्यवस्थाएं ———-
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक ने बताया कि आंगनवाड़ी सशक्तिकरण अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले में कार्यरत समस्त 85 महिला पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे मंगलवार से हर दिन सुबह से शाम तक एक आंगनवाड़ी केन्द्र पर मौजूद रहकर केन्द्र की दशा को सुधारने के संबंध में चैकलिस्ट के अनुसार कार्य संपादित करवाएं व केन्द्र पर पहुंचकर इस अभियान की गतिविधि के संपादन में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। उन्होंने बताया कि महिला पर्यवेक्षकों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे आंगनवाड़ी केन्द्र पर कार्य संपादन के उपरांत केन्द्र का फोटो व अपडेट चैकलिस्ट व्हाट्सअप के माध्यम से कलेक्ट्रेट भिजवाना भी सुनिश्चित करें।