- September 26, 2017
दिल्ली-बीकानेर-दिल्ली वायुसेवा का शुभारम्भ
जयपुर, 26 सितम्बर। केन्द्र सरकार की रीजनल एअर कनेक्टिविटी योजना के तहत मंगलवार को केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू ने दिल्ली-बीकानेर-दिल्ली वायु सेवा का शुभारम्भ किया।
केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल, डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, मोहन सुराणा, वरिष्ठ पत्रकार मधु आचार्य ‘आशावादी’, विनय जोशी सहित अनेक गणमान्य नागरिक पहली फ्लाइट से बीकानेर पहुंचे।
पहली बार दिल्ली से एलायंस एयर का एटीआर-72 वायुयान नाल हवाई अड्डे पर उतरा, तो वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने तालियां बजाकर और ढोल-नगाड़ों बजाकर अभिनंदन किया। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ने हवाई यात्रा कर पहली बार बीकानेर पहुंची महिला यात्रियों का शॉल ओढाकर सम्मान किया तथा उनका मुंह मीठा करवाया।
इसके बाद केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर बीकानेर से दिल्ली के लिए हवाई सेवा की शुरूआत की। वायुयान सायं 4 बजे पहली बार दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इसमें पत्रकार लक्ष्मण राघव, शिवचरण शर्मा, वैद्य नरेन्द्र शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग दिल्ली के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, महापौर नारायण चौपड़ा, नगर विकास न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, सहीराम दुसाद, महानिरीक्षक पुलिस विपिन कुमार पांडेय, जिला कलक्टर अनिल गुप्ता, पुलिस अधीक्षक संवाई सिंह गोदारा, नगर विकास न्यास सचिव आर.के. जायसवाल, उद्योगपति शिवरतन अग्रवाल, उपमहापौर अशोक आचार्य, क्षेत्रीय कार्यपालक निदेशक राकेश कालरा, सिविल एयरपोर्ट मैनेजर राधेश्याम मीणा, वरिष्ठ प्रबंधक मनोज चौधरी, घेवरचंद मुसरफ, घनश्याम लखाणी, युधिष्ठिर सिंह भाटी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आमजन मौजूद थे।
रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रति सरकार संकल्पबद्ध
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि बीकानेर में दिल्ली के लिए हवाई सुविधा के संचालन की शुरूआत के साथ ही बीकानेर देश ही बल्कि पूरा दुनिया के साथ जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस कार्य में केन्द्र और राज्य सरकार ने एकजुटता से कार्य करते हुए बीकानेर में आम लोगों को यह सुविधा उपलब्ध करवाई है। उन्होंने कहा कि यह बीकानेर की पुरानी मांग थी, जिसे आज मूर्त रूप दिया गया है। इससे बीकानेर में पर्यटन, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास के नए अवसर पैदा हो सकेंगे।