• September 22, 2017

विपक्षीयों की अंतःकथा–साला सब बंद—-सुतिंदर छाबडा

विपक्षीयों की अंतःकथा–साला सब बंद—-सुतिंदर छाबडा

sutinder3 साल में सब बर्बाद हो गया,

3 साल में मोदी सरकार ने पूरा सत्यानाश कर दिया,

अरे भई करप्शन करने को नहीं मिल रहा ,

बताओ पूरे देश से साफ़ कर दिया ,

एक सरकार बनाना मुश्किल हो गया है कैसे करे करप्शन ?

सब्सिडी की बंदरबांट से कमाई हो जाती थी पर अब वो भी बंद कर दिया इसने अब टेक्स चोरी करने में दिककत होने लगी है,

GST को पैनकार्ड से लिंक कर दिया,

पेन को आधार से लिंक कर दिया ,

साला ! सब आधार से लिंक कर दिया ,

जरा कुछ करो,

इनकम टैक्स वाले आ जाते हैं, चाय पीने! हद से ज्यादा परेशान कर दिया,

बताओ !

पहले कितना अच्छा था !

LPG सिलेंडर के कनेक्शन कम थे पर सब्सिडी दुगने,

ब्लैक में LPG सिलेंडर से कार चला लेते थे, अब और दिक्कत है ,

साला पैट्रोल से चलाना पड रही है,

केरोसिन मिला के पेट्रोल बेचते थे ,उसका अलग मुनाफा था,

साला केरोसिन ही बंद कर दिया अगले ने,

कांग्रेस कितनी अच्छी थी !!

किसान को यूरिया पर सब्सिडी देती थी,

यूरिया जाता था कारखाने में और सब्सिडी जाती थी हमारी जेब में .

ये मोदी है न !!

परेशान करने के लिए यूरिया पर साला नीम चढ़ा दिया,

अब ये यूरिया बन गया जैसे करेला ऊपर से नीम चढ़ा,

साला अब यूरिया केवल खेत के काम का रह गया है,

सब्सिडी के पैसे का नुकसान हुआ सो अलग,

फर्जी NGO बना के कितने सारे अंदर कर लिया करते थे,

पर ये है न!!

चाय वाला सबको जांच के दायरे में कर लिया,

अब विदेश से पैसा भी नहीं मिल पा रहा,

अरे क्या- क्या गिनाऊ ?

बहुत कुछ है बताने को पर अब सहा नहीं जाता भैय्या !!!

Related post

सेबी से तिमाही आधार पर परिपत्र जारी करने का भी आह्वान  : श्री पी के रुस्तगी, अध्यक्ष, कॉर्पोरेट मामलों की समिति

सेबी से तिमाही आधार पर परिपत्र जारी करने का भी आह्वान : श्री पी के रुस्तगी,…

नई दिल्ली——अच्छी तरह से विनियमित पूंजी बाजार सकारात्मक आर्थिक गतिविधियों के लिए एक अच्छा चक्र बनाने…
अमित गुप्ता बनाम भारतीय दिवाला और दिवालियापन बोर्ड : पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री

अमित गुप्ता बनाम भारतीय दिवाला और दिवालियापन बोर्ड : पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री

नई दिल्ली    —एनसीएलटी  और पीएचडीसीसीआई की आईबीसी समिति ने माननीय बॉम्बे उच्च न्यायालय के फैसले पर…
” येस ! इट मैटर्स ” पुस्तक समीक्षा  :  आदतें ही आदमी का व्यक्तित्व बनाती हैं

” येस ! इट मैटर्स ” पुस्तक समीक्षा : आदतें ही आदमी का व्यक्तित्व बनाती हैं

उमेश कुमार सिंह ————  हर इंसान के जीवन में कुछ अच्छी आदतें होती है और कुछ…

Leave a Reply