- September 5, 2017
सी-मेम की आमुखीकरण बैठक
जयपुर————-प्रदेश के 20 जिलों के चिन्हित ब्लाक में समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम का दूसरा चरण संचालित किया जायेगा। कार्यक्रम में चिन्हित किये जाने वाले क्षेत्रों के चयन के संबंध में रूपरेखा तैयार करने के लिये सोमवार को स्वास्थ्य भवन में संबंधित जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ आमुखीकरण बैठक आयोजित की गयी। उल्लेखनीय है कि सी-मेम के प्रथम चरण के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन से लगभग दस हजार कुपोषित बच्चे आज सामान्य जीवन जी रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने कहा कि विभिन्न शोध विश्लेषणों से स्पष्ट है कि अति गम्भीर कुपोषित बच्चों में मौत की सम्भावना सामान्य बच्चों से नौ गुना अधिक होती है। समुदाय आधारित प्रबंधन कार्यक्रम बच्चों को कुपोषण मुक्त जीवन देने में काफी सहयोगी सिद्ध हुआ है। इसी तरह सीमेम का द्वितीय चरण संचालित कर लगभग 17 हजार बच्चों को कुपोषण मुक्त जीवन देने की कार्य योजना तैयार की जा रही है।
श्री जैन ने बताया कि प्रथम चरण में चयनित 13 जिलों के 62 ब्लाक्स को सम्मिलित किया गया था। इस बार पुराने ब्लाक को दूसरे चरण में शामिल नहीं किया गया है। साथ ही नये 7 जिलों के अधिक कुपोषण स्तर वाले ब्लाक को ही शामिल किया गया है। उन्होंने सभी आरसीएचओ को माइक्रोप्लानिंग में विशेष गंभीरता बरतने के निर्देश दिये हैं।