- September 4, 2017
बेटियां घर की रोशनी और मुस्कुराहट हैं—- मंत्री राजेन्द्र राठौड़
जयपुर—————ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि बेटियां घर की रोशनी है और बेटियां मुस्कुराहट हैं। अतः आमजन को राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान में अपनी भागीदारी दर्ज करवाकर महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की महत्ती आवश्यकता है।
श्री राठौड़ रविवार को चूरू जिला मुख्यालय स्थित दादाबाड़ी में ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान के तहत बेटियों के सम्मान में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 में सोनीपत (हरियाणा) में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का श्रीगणेश किया था जिसके तहत राजस्थान में भी अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए महत्ती प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गत तीन वर्षों में अभियान में किये गए सार्थक प्रयासों के तहत 1000 पुरूष ः 923 महिला के लिंगानुपात में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में बेटियों एवं महिला सशक्तीकरण के लिए राजश्री योजना, गार्गी पुरस्कार योजना, स्कूटी वितरण योजना सहित अन्य योजनाओं को मूर्तरूप दिया जा रहा है।
पंचायती राज मंत्री ने कहा कि अगर बेटी नहीं होगी तो मां की कोख कहां से आयेगी। उन्होंने कहा कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है जरूरत है माता-पिता को अपने बेटी की सुरक्षा एवं हौसला अफजाई की ताकि वो शिक्षित होकर देश का नाम रोशन कर सके।
उन्होंने कहा कि बेटियों को प्रोत्साहित करने के सार्थक प्रयास अपने घर से शुरू होने चाहिए ताकि वो उच्च शिक्षा ग्रहण कर समाज में नया इतिहास स्थापित कर सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर बढने से समाज में बेटा-बेटी एक समान की सोच विकसित हुई है। ग्रामीण विकास मंत्री ने उत्कृष्ठ कार्य करने वाली 40 छात्राओं को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
समारोह में जिला प्रमुख श्री हरलाल सहारण ने कहा कि हर समाज को जागरुक होकर बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान में जुड़कर महिला सशक्तीकरण में अपनी भागीदारी दर्ज कराने की जरूरत है। सभापति विजय शर्मा एवं भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ० वासुदेव चावला ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए बेटियों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है।
उपखण्ड अधिकारी श्वेता कोचर ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत आम व खास जन को सकारात्मक सोच के साथ महिला सशक्तीकरण को बढावा देने की जरूरत है। नन्हीं रिशिका ने बालिका शिक्षा व महिला सशक्तीकरण पर मार्मिक संदेश दिया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मो. रजा सिद्दीकी ने बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान की जरूरत बताते हुए कहा कि बच्चे की पहली पाठशाला मां की गोद है।
इस अवसर पर उप सभापति अनवर थीम, विक्रमसिंह कोटवाद, सीताराम लुगरिया सहित जनप्रतिनिधि एवं शहर के आम नागरिक उपस्थित थे।