- August 25, 2017
11 फीट ऊंची दीवार –श्वान सबसे अधिक स्वामी भक्त -महानिदेशक पुलिस
जयपुर ———–महानिदेशक पुलिस श्री अजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये जहां राजस्थान पुलिस व्यवस्था को अपडेट किया जा रहा है, वहीं अपराध और अपराधियों की रोकथाम के लिये भी विभाग द्वारा अनेक नवाचार किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पुलिस के श्वान दल को भी इस तरह प्रशिक्षित करने की व्यवस्था की जा रही है कि अपराधी अपराध करके बच नहीं सकता।
श्री सिंह शुक्रवार को राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर स्थित श्वान प्रशिक्षण केन्द्र में नये डॉग एजीलिटी सेंटर का उद्घाटन कर रहे थे। इस अवसर पर महानिदेशक पुलिस ने डॉग शो को भी देखा। उन्होंने श्वान दल के प्रशिक्षित डॉग्स की सराहना करते हुए कहा कि सब प्राणियों में यदि किसी प्राणी में सबसे अधिक स्वामी भक्ति पाई जाती है तो वे डॉग ही हैं। ये आदमी से भी ज्यादा वफादार और स्वामीभक्त होते हैं। ये अपने मालिक के लिये जान तक कुर्बान कर देते हैं।
महानिदेशक पुलिस ने बताया कि प्राणियों में सबसे अधिक घ्राण शक्ति भी श्वानों में ही पाई जाती है। ये एक बार सूंघने के बाद उस वस्तु व इन्सान को भूलते नहीं है। उन्होंने बताया कि आज का डॉग शो देखकर यह विश्वास हो गया कि श्वान दल के परिवार को और बढ़ाये जाने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि नये डॉग एजीलिटी सेंटर में 20 श्वान दल के एक बेच को एक साथ प्रशिक्षित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस सेंटर से प्रशिक्षित डॉग्स को निरंतर प्रशिक्षित भी किया जा सकेगा।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्री पंकज कुमार सिंह ने बताया कि श्वान दल में 12 श्वानों के दल को बंगलोर से प्रशिक्षित करवाया गया है। उन्होंने बताया कि श्वानों का प्रशिक्षित यह दल अपने काम में पूरी तरह माहिर है। हर बाधा को पार कर अपराधी तक पहुंचने में एक पल की भी देरी नहीं करते।
उन्होंने बताया कि श्वान प्रशिक्षण केन्द्र पर नये एजीलिटी सेंटर के बन जाने से श्वान दल को प्रशिक्षण के लिये अब बंगलोर से प्रशिक्षण दिलवाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि इस श्वान दल में 12 श्वान तो बेल्जियन शैफर्ड नस्ल के हैं जो अपने काम में पूरी तरह प्रशिक्षित है। उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स डिटेक्शन हो या फिर एक्शन डील, हर्डल जम्प हो या फिर 11 फीट ऊंची दीवार यह दल फांदने में एक पल नहीं लगाते।
उन्होने बताया कि आज इस प्रदर्शन में सुजैन, काईजर,टाईगर,ईको, डेल्टा, जुलियट, चार्ली एवं नौनी नामक 8 श्वानों ने एवं उनके हैडलरों ने हैरत अंगेज प्रदर्शन कर वहां मौजूद सभी अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ने बताया कि हमारे डॉग स्क्वाड में बेल्जियम शैफर्ड अथवा मेलिनोइसकी स्पेशल नस्ल को शामिल किया गया है, जो नारकोटिक्स, एक्सप्लोजिव और ट्रेकिंग में पारंगत हैं। उन्होंने बताया कि चीन, अमेरिका और फ्रांस जैसे देश भी अपने डॉग स्क्वाड में इसी नस्ल का उपयोग करते हैं।
इस अवसर पर एडीजी कानून व्यवस्था श्री एनआरके रेड्डी, एडीजी प्रशिक्षण श्री नंदकिशोर, एडीजी आरएसी श्री ओपी गल्होत्रा, एडीजी, आरपीए, श्री राजीव दासोत, एडीजी टी एण्ड टी श्री सुनील मेहरोत्रा, एडीजी एसडीआरएफ श्री बीएल सोनी, एडीजी एटीएस श्री उमेश मिश्रा, एडीजी राजस्थान स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो श्री कपिल गर्ग एवं पुलिस आयुक्त, जयपुर श्री संजय अग्रवाल एवं सीआईडी अपराध शाखा के महानिरीक्षक पुलिस श्री गोविंद गुप्ता व श्री हरिप्रसाद शर्मा, महानिरीक्षक पुलिस, एसओजी श्री दिनेश एम.एन., महानिरीक्षक पुलिस,एटीएस श्री बीजू जॉर्ज जोसेफ, पुलिस अधीक्षक, प्रशासन श्री लक्ष्मण गौड, डॉग स्क्वाड के पर््रभारी श्री जगन्नाथ बुनकर, नारकोटिक्स प्रशिक्षक श्री कुतुबुद्दीन, प्रशिक्षक नरपत सिंह, प्रशिक्षक जयप्रकाश एवं प्रशिक्षक श्री कैलाश चन्द भी उपस्थित थे।