- May 18, 2017
शीतल पेयजल कार्यक्रम ००० गंदे जल जमावडा ०००० लाईन में छिद्र
झज्जर/बहादुरगढ़ (पत्रकार गौरव शर्मा)— भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा मंडल की तरफ से बुधवार को बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन पर गर्मी से निजात दिलाने के लिए ठंडे पानी का कैंप लगाया गया। जिसमें पैकिंग पानी के गिलास प्रयोग में लाए गए।
इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष राजेश गोयल, एसी मोर्चा जिला महामंत्री अनिल कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन रोहिल्ला, मनोज सैनी, डॉ0 मुकेश, शमशेर सिंह, प्रवीण शर्मा, नवीन जांगड़ा, सुभाष मित्तल, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सदर थाने के बाहर मुख्य पेयजल लाईन लीकेज- — बहादुरगढ़ में जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते सदर थाने के बाहर पेयजल की मुख्य पाइप लाइन लीकेज है।
समाजसेवी रमेश राठी ने बताया कि इस लीकेज को ठीक कराने के लिए कई बार जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का बताया गया मगर यह लीकेज अब तक ठीक नही हुई है।
रमेश राठी ने कहा कि एक तरफ तो सरकार जल बचाने के नाम करोड़ो रूपए प्रचार पर खर्च कर रही है वहीं बहादुरगढ़ में जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से कीमती पेयजल लीकेज की वजह से बर्बाद हो रहा है।
प्रवीन अहलावत, सोनू, रविंद्र राठी, ज्ञान सैन, कपिल छिकारा, अनूप दलाल ने भी इस लीकेज केा ठीक कराने की मांग की है।
लोवा माजरा में सरकारी स्कूल के पास गंदे पानी की भरमार,—
बहादुरगढ़ के गांव लोवा माजरा के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पास भरे गंदे पानी से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। विधायक से लेकर अधिकारियों तक शिकायत कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।
गांव लोवा माजरा व नूना माजरा नजदीक-नजदीक है। गांव के ही बस स्टैंड के पास राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। इसके साथ लगती जमीन पर लंबे समय से गंदा पानी भरा हुआ है। गांव में पानी निकासी की व्यवस्था न होने से दिनोंदिन यहां समस्या बढ़ती ही जा रही है। काफी बड़े हिस्से में पानी भरा होने के कारण अब यहां की स्थिति काफी खराब हो रही है।
ग्रामीण नरेश जून, भूप सिंह, सुरेंद्र, नफे सिंह, सतबीर, संदीप के अलावा कई अन्य ने कहा कि पिछले 10-12 साल से कांग्रेस व बीजेपी शासनकाल में यही से विधायक चुनते आ रहे हैं लेकिन गंदे पानी की निकासी के लिए अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
सड़क भी टूटने लगी साहब…—जलभराव के कारण स्थिति यह है कि पानी ओवर फ्लो होकर सडक़ पर भी भर जाता है। जिससे आने-जाने वाले वाहनों के कारण सडक़ की स्थिति भी खराब हो रही है। जगह-जगह से सडक़ टूट चुकी है।