- May 13, 2017
कृषि विश्वविद्यालय के उन्नत बीजों को अपनाएं किसान–राज्यपाल
शिमला (सू०ब्यूरो)—जिला चंबा के भरमौर में आज पर्वरूीय कृषि जनकल्याण सभा और शिव भूमि सेवा दल द्वारा जीरो बजट खेती विषय पर आधारित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों का आह्वान किया कि वे बेहतर खेती के लिए कृषि विश्वविद्यालय के उन्नत बीजों को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि कीट मुक्त जैविक खेती के लिए परंपरागत बीजों के साथ इन बीजों का भी उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड बीज महंगा है और बीमारियों से शीघ्र प्रभावित होता है।किसानो को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पांगी और भरमौर क्षेत्र में परंपरागत तरीके से खेती की जाती है और रासायनिक खादों का कम उपयोग होता है।
उन्होंने यह भी कहा कि गोबर और गोमूत्र से तैयार खाद से रासायनिक खादों पर निर्भरता को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।राज्यपाल ने कहा कि चंबा जिला प्राकृतिक खेती के जरिए ऑर्गैनिक जिला बन सकता है।उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती जीरो बजट खेती का प्रयोग है जिसमें अधिक उत्पादन और शून्य लागत से अदभुत परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
उन्होंने इस मौके पर आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कर्ण सिंह किसान हितैषी जनसेवी थे एजिनका सारा जीवन किसान और आम व्यक्ति के कल्याण को समर्पित रहा ।उन्होंने कहा कि वे आयुर्वेद के प्रसार के लिए समर्पित व्यक्ति थे और उन्होंने कृषि को आयुर्वेद से जोड़ने के लिए काफ़ी कार्य किया।
इस अवसर पर पर्वतीय कृषि जनकल्याण सहकारी सभा के सलाहकार ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि जीरो बजट खेती से चंबा जिले के किसान आर्थिक तौर पर मजबूत हो सकेंगे।
इस मौके पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तुलसीराम एअध्यक्ष पर्वतीय कृषि जनकल्याण सहकारी सभा पांगी वीर सिंह राणा, अध्यक्ष शिव भूमि सेवादल संजीव ठाकुर और राज्यपाल के विशेष कार्य अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र विद्यालंकार भी मौजूद थे।
इस मौके पर स्वर्गीय कर्ण सिंह को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई ।राज्यपाल के स्वागत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया।