- May 4, 2017
इन्टीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा की समीक्षा
जयपुर———— चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने बुधवार को सांय राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान में आयोजित बैठक में प्रदेश में संचालित इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा की विस्तार से समीक्षा की।
उन्होंने प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता व मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन के साथ इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा के काल सेंटर का निरीक्षण कर कार्य प्रणाली को देखा एवं इस सेवा के साथ जुड़े सभी कर्मियों से संवेदनशीलता और समर्पण भाव के साथ आमजन को आवश्यक आपातकालीन चिकित्सा सुविधायें सुलभ कराने का आग्रह किया।
श्री सराफ ने आपातकालीन इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा के तहत शहरी क्षेत्रों में 20 मिनिट, ग्रामीण क्षेत्रों में 30 मिनिट एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों में 40 मिनट की अवधि में आपातकालीन चिकित्सा सुविधायें सुलभ कराना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने देश में अपनी तरह की पहली इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा द्वारा जरूरतमंद बीमार व्यक्ति को निर्धारित सभी सुविधायें पूर्ण गुणवत्ता के साथ उपलब्ध कराने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि वर्तमान में इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा के तहत प्रतिदिन औसतन 15 हजार काल्स ली जाती हैं एवं इनमें से लगभग 3 हजार काल्स आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं से संबंधित होती हैं। इन्हें आवश्यक आपातकालीन चिकित्सा सुविधायें समय पर उपलब्ध करवा कर इनके जीवन की रक्षा की जा सकती है।
मिशन निदेशक ने बताया कि इस समय इंटीग्रेटेड एम्बूलेंस सेवा के बेड़े में 642 एम्बूलेंस 108, जननी एक्सप्रेस- 104 की 586 एवं 192 बेस एम्बूलेंस सहित कुल 1420 एम्बूलेंस शामिल हैं। शीघ्र इनकी संख्या में 100 एम्बूलेंस की वृद्धि की जा रही है।