- April 17, 2017
जिला प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश शासन– संयुक्त पहल पर श्रमिकों को बंधक मुक्त करने की कार्यवाही
बालौद(छत्तीसगढ)——— सरपंच ग्राम पंचायत टेमरी श्री छेदूराम पैकरा, सचिव ग्राम पंचायत टेमरी एवं अन्य लोगों द्वारा ग्राम नारायणपुर के 12 श्रमिकों एवं उनके बच्चों को नियोजक ओमकारेश्वर, मेसर्स ओमकारेश्वर ईट भट्टा ग्राम व पो.आ. सुल्तानपुर खेड़ा, थाना लालगंज जिला रायबरेली (उ.प्र.) में बंधक बनाकर रखे जाने की शिकायत पर कलेक्टर डॉ बसवराजु एस ने बंधक मजदूरों को छोड़ने के लिये कलेक्टर रायबरेली (उत्तर प्रदेश) को अवगत कराया गया। जिला प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संयुक्त पहल करते हुए श्रमिकों को बंधक मुक्त करने की कार्यवाही की गई।
कलेक्टर डॉ बसवराजु एस एवं जिला प्रशासन रायबरेली के दिशा निर्देश पर 6 परिवार के 16 सदस्य जिसमें अमर सिंह पिता थनवार मरार उम्र 38 वर्ष, श्रीमती फुलेश्वरी पति अमरसिंग मरार 35 वर्ष, छोटु पिता अमर सिंग मरार 09 वर्ष, भुनेश्वर प्रसाद पिता सुरितराम केंवट 28 वर्ष, श्रीमती अमरिका बाई पति भुनेश्वर प्रसाद केंवट 25 वर्ष, फिरतराम पिता पंचराम मरार 42 वर्ष, मुन्नी बाई पति फिरतराम मरार 38 वर्ष, दीपक पिता फिरत राम मरार 03 वर्ष, गौरीशंकर पिता बृजमोहन कंवर 41 वर्ष, श्रीमती रत्नाबाई पति गौरीशंकर कंवर 37 वर्ष, श्रीधर पिता गौरीशंकर कंवर 06 वर्ष, परसुराम पिता राजाराम केंवट 46 वर्ष, श्रीमती रामती बाई पति परसुराम केंवट 42 वर्ष, सीता कुमारी पिता परसुराम केंवट 17 वर्ष, रामभरोस पिता बालाराम मरार 25 वर्ष, श्रीमती सुनिता बाई पति रामभरोस मरार 22 वर्ष को रविवार को रायबरेली से पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था के साथ भाटापारा लाया गया।
भाटापारा से श्रम विभाग के सहयोग से श्रमिकों को विशेष बस से ग्राम नारायणपुर, तहसील व थाना कसडोल जिला बलौदा बाजार-भाटापारा श्रम निरीक्षक श्री सी पी जोशी की सुरक्षा में भेजा गया। श्रम अधिकारी श्री पी.के.बिचपुरिया ने बताया कि कलेक्टर के दिशा-निर्देशानुसार रायबरेली से भाटापारा रेलवे स्टेशन से उन्हें विशेष बस के माध्यम से उनके ग्राम पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
श्रम विभाग नियमों के प्रावधान के अनुसार श्रमिकों को सुविधा उपलब्ध कराया गया है। मजदूरों ने बताया कि फागुन माह में ओमकारेश्वर द्वारा उन्हें मजदूरी के नाम से रायबरेली (उत्तर प्रदेश) ले गया था, जहां ईट भट्टा में कार्य कराते हुए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। उनके परिजनों द्वारा इसकी शिकायत बलौदाबाजार-भाटापारा जिला प्रशासन को की थी जिस पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें बंधक मुक्त कराया।