- March 28, 2017
एचपीएमसी – 7368 लाख रुपये का कारोबार
(सू०ब्यूरो,शिमला)——-सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने आज यहां एचपीएमसी के निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एचपीएमसी प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण एजेंसी है, जो प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करवने वाले उत्पादित फलों के प्रापण, प्रसंस्करण तथा संरक्षण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
श्रीमती स्टोक्स ने कहा कि एचपीएमसी ने इस वित्त वर्ष के दौरान सर्वाधिक 7368 लाख रुपये के कारोबार का लक्ष्य पूरा किया है, जो गत वर्ष से 40 प्रतिशत अधिक है। इसके अतिरिक्त घाटे को भी वर्ष 2015-16 के दौरान 653 लाख रुपये से घटा कर 312 तक लाया है। वर्ष 2015-16 के प्रदर्शन को मद्देनजर रखते हुए बोर्ड ने वर्ष 2017-18 के लिए 9200 लाख रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने निगम के कर्मचारियों को एक जुलाई, 2016 से राज्य सरकार के कर्मचारियों की तर्ज पर मंहगाई भत्ते की किस्त जारी करने को भी स्वीकृति प्रदान की।
एचपीएमसी के प्रबन्ध निदेशक श्री जे.सी. शर्मा ने कहा कि निदेशक मण्डल ने परवाणू में शीत भंडार सुविधाएं भाड़े पर लेने के अलावा ताजा प्राकृतिक सेब के रस से एप्पल साइडर के उत्पादन तथा विपणन के लिए बैंगलुरु की कम्पनी मैसर्ज पीएच-4 से समझौता किया है।
निगम इस प्रबन्ध के लिए 162 लाख रुपये सालाना का अतिरिक्त राजस्व सृजित करेगा तथा शीत भंडार परवाणू के शून्य से 20 डिग्री कम वाले चैम्बर का सही उपयोग तथा फलों की श्रेणियों के प्रसंस्करण में भी सहायता करेगा।
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने राष्ट्रीय विक्रय एजेंट, सुलभ वितरण के लिए सुपर स्टॉकिस्ट तथा अन्य एमएमसीसी के समान्तर विपणन नेटवर्क को भी स्वीकृति दी ताकि निगम का वितरण नेटवर्क सुदृढ़ तथा विस्तृत बनाया जा सके।
बोर्ड ने मैसर्ज पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को थोक में सेब के रस की आपूर्ति के लिए निगम द्वारा व्यवस्थित प्रबन्धों तथा राधा स्वामी डेरा को टैटरापैक में पेय की आपूर्ति को भी स्वीकृति दी।
के महा प्रबन्धक श्री सुरेन्द्र माल्टू भी इस बैठक में उपस्थित थे।