- February 28, 2017
मेहंदीपुर बालाजी तीर्थ स्थल–सांसद निधि कोष से 3.50 करोड़ रूपये
जयपुर———- केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री श्री विजय गोयल ने बताया है कि राजस्थान के सुप्रसिद्ध तीर्थ मेंहदीपुर बालाजी में ढं़ाचागत विकास कार्यो के लिए सांसद निधि कोष से उन्होंने साढ़े तीन करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध करवाई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की मंशा के अनुरूप इस तीर्थ स्थल का संर्वागीण विकास करने की दिशा में तेजी से कार्य करवाए जा रहे हैं। विशेषकर सड़क एवं सीवरेज से संबंधित कार्यो को हाथ में लिया गया है।
सांसद आदर्श ग्राम योजना श्री गोयल ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशानुसार सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत राजस्थान के अलवर जिले के हेरिटेज गांव तर्सींग को गोद लेकर उन्होंने वहां कई ऎतिहासिक काम करवाए हैं।
उन्होंने बताया कि तर्सींग (अलवर) ग्राम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निकट पहाड़ियों से घिरा एक ऎतिहासिक धरोहरों से भरा गांव है, जहां एक पुराना किला, बहुत सुंदर बावड़ी और अनूठी हवेलियां आदि हेरिटेज महत्व के कई स्थान है। इसे दिल्ली के हौजखास विलेज की तरह विकसित किया जा सकता है।
श्री गोयल ने बताया कि इस गांव में पिछले दो वर्षो में सड़क, पानी, स्कूल, डिस्पेंसरी, शौचालय आदि से जुड़ी समस्याओं को दूर करवाने का प्रयास किया गया है। विशेषकर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के सहयोग से पेयजल की माकुल व्यवस्था एवं सड़कों का सुदृढ़ीकरण करवाया गया है।
राज्य सरकार कर रही है अच्छा काम खेल राज्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे है और प्रदेश विकास के नए सौपानों को छू रहा है। खेलों के समवर्ती सूची में शामिल करने का प्रस्ताव
श्री गोयल ने बताया कि उनके मंत्रालय ने खेलों को समवर्ती सूची में शामिल करने का प्रस्ताव किया है, ताकि सभी खेलों के संर्वागीण विकास की नीति बनाकर आगे बढ़ा जा सके। खेलों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय से बातचीत चल रही है। खेल मंत्रालय नेशनल ‘मेराथन-डे’ मनाने पर भी विचार कर रहा है।
‘खेल ऎप’ विकसित होगा उन्होंने बताया कि खेलों के प्रति जन जागृति पैदा करने के लिए खेल मंत्रालय एक ‘खेल-ऎप’ विकसित कर रहा है जिसके अंतर्गत खेल और खेल मैदानों से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध रहेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग खेलोें व खेल मैदानों का उपयोग कर सके।
श्री गोयल ने बताया कि खेल स्टेडियमों एवं मैदानों का शत-प्रतिशत उपयोग करवाने की नीति पर भी कार्य चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि देश के सबसे बड़े स्टेडियमों में बड़ी टी.वी.स्क्रीन्स लगाने की योजना भी प्रस्तावित है, ताकि महत्वपूर्ण खेलों के सीधे प्रसारण को बड़ी संख्या में लोग देख सके। ‘खेल-हब’ बनाने के लिए विश्वविद्यालयों का होगा चयन
श्री गोयल ने बताया कि विश्वविद्यालयों में ‘खेल-हब’ विकसित करने के लिए राजस्थान सहित देश के दस-ग्यारह विश्वविद्यालयों का चयन कर ‘स्पोर्ट्स-हब’ बनाए जाएंगे, ताकि विश्वविद्यालयों से भी पहले की तरह खिलाड़ियों की बड़ी संख्या में अच्छे खिलाड़ी निकल सके। उन्होंने बताया कि उनका मंत्रालय ‘समयबद्ध-ढं़ग’’ से योजनाओं का क्रियान्वित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
ओलंपिक के लिए टॉस्क फोर्स गठित श्री गोयल ने बताया कि आगामी ओलंपिक खेलों के लिए खेल मंत्रालय ने एक टॉस्क फोर्स का गठन किया है जो कि तीन माह में अपनी रिपोर्ट देगा। यह टास्कफोर्स 2020 से 2028 तक होने वाले ओलंपिक खेलो में रीति-नीति संबंधी प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी।
इसी प्रकार टारगेट ओलंपिक पोडियन कमेटी का पुनर्गठन किया गया है और खेलों के विकास संबंधी समीक्षा समिति भी बनाई गई जिनकी अनुशंषाओं पर विशेष गौर किया जाएगा।
यूथ हॉस्टल श्री गोयल ने बताया कि देश में चल रहे यूथ हॉस्टल के कार्यकलापों और भवनों की स्थिति पर नेहरू युवा केन्द्रों से रिपोर्ट मंगवाई गई है जो कि लगभग तैयार है। इसी प्रकार आर.जी.एन.वाय.सी के कार्यो की भी समीक्षा की जा रही है।