- February 1, 2017
बसंत पंचमी और छोटूराम जयंती०००संस्कृति और संस्कार की स्थली गुरूकुल: ओपी धनखड़
बहादुरगढ, 01 फरवरी़। प्राचीन काल से ही गुरूकुल हमारी संस्कृति और संस्कारों की स्थली रहे हैं। गुरूकुल की शिक्षा से हमें जीवन का लक्ष्य और जीवन जीने का ध्येय मिलता है। यह बात प्रदेश के कृषि ओम प्रकाश धनखड़ ने बुधवार को लोवा कलां गुरूकुल में हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्य में हरियाणा संस्कृत अकादमी और श्री रणजीत स्मारक शांति निकेतन कन्या गुरूकुल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित समारोह में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करते हुए कही।
कृषि मंत्री ने बसंती पंचमी और रहबर-ए-आजम दीन बंधु सर छोटूराम की जयंती के पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि गुरूकुल ही हमारी शिक्षा के कें द्र रहे हैं। अंग्रेजों ने हमारी शिक्षा पद्धति को अपने हित में बदला और नौकर बनाने की शिक्षा पद्धति शुरू कर दी। उन्होंने अंग्रेजी भाषा को सरकारी नौकरियों के साथ जोड़ दिया।
आज भी छात्र पढ़ाई सरकारी नौकरी पाने के लक्ष्य को लेकर कर रहे हैं। हमने यह बदलना है और नौकरी पाने की होड़ को छोड़कर मालिक बनने की शिक्षा ग्रहण करनी होगी। यह काम गुरूकुलों ने पहले भी बखूबी किया है और आगे भी करेंगे। सरकार ने संस्कृति और संस्कार की पढ़ाई को आगे बढ़ाने की दिशा में सार्थक कदम उठा रही है।
विधायक नरेश कौशिक ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गुरूकुल हमारी संस्कृति और राष्ट्रीय धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि गुरूकुल लोवा कलां को हमारे बुजुर्गों ने एक ही लक्ष्य के साथ सींचा है और आगे बढ़ाया है कि हमारी बेटियों को यहां संस्कारों की शिक्षा मिले।
उन्होंने कहा कि सरकार ने संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठाए हैं। संस्कृत को बढ़ावा मिलेगा तो हमारे बच्चे संस्कारवान बनेंगे। समारोह को संस्कृत अकादमी के निदेशक सोमेश्वर दत और जिला परिषद के चेयरमैन परमजीत सौलधा ने भी संबोधित किया।
संस्कृत सम्भाषण
प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कृषि मंत्री ने कार्यक्रम उपरांत पत्रकारों को जाट आरक्षण आंदोलन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता के मामले को देख रही है। जाट समाज को सरकार ने आरक्षण दिया, मामला कोर्ट में जाने के बाद समाज की मांग के अनुसार सरकार मामले की पैरवी के लिए वकील मुहैया करवा रही है। पिछले वर्ष आंदोलन के दौरान मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जा चुका है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मृतकों के आश्रित को 15 दिन के अंदर नौकरी देने का भरोसा दिया है। कृषि मंत्री ने कहा कि आंदोलन को नेतृत्व देने का प्रयास कर रहे लोग राजनीति कर रहे हैं।
इनके अपने प्रदेश यूपी में इनकी चलती नहीं, यूपी में भाजपा की सरकार बनेगी उनका पूरा विश्वास है।
कृषि मंत्री ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट में किसान, कृषि और ग्रामीण क्षेत्र का पूरा ध्यान रखा गया है । पीएम नरेंद्र मोदी और वित मंत्री अरूण जेतली बधाई के पात्र हैं, टपका सिंचाई के लिए पांच हजार करोड़, डेयरी विकास के लिए आठ हजार करोड़, किसानों व कृषि को बढ़ावा देने के दस लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। केंद्रीय बजट की झलक प्रदेश के बजट में भी दिखाई देगी ऐसी उन्हे पूरी उम्मीद है।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष बिजेद्र दलाल, एमडीयू के रजिस्ट्रार जितेंद्र भारद्वाज, रिषिराज, राजपाल शर्मा, श्रीचंद मान, प्राचार्य राजन मान,सरंपच संदीप, एसएन मिश्रा, रामचंद्र रूहिल, दलीप सिंह, हरिओम दलाल सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।