- November 5, 2016
स्मार्ट सिटी परियोजना- चार शहरों कि समीक्षा
जयपुर——स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत प्रदेश के चार शहरों जयपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा में किये जा रहे कार्यो की प्रमुख शासन सचिव, स्वायत्त शासन विभाग डॉ मनजीत सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को दोपहर 3 बजे सचिवालय में समीक्षा की गई।
इस अवसर पर उदयपुर नगर निगम के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सिद्धार्थ सिहाग, अजमेर नगर निगम के आयुक्त श्री प्रियव्रत पाण्डिया, रील के चैयरमैन श्री ए.के. जैन, परियोजना निदेशक इनफ्रा श्री एस.के. गोयल, महाप्रबन्धक अभियान्ति्रकी, श्री अनिल सिंगल, उदयपुर स्मार्ट सिटी की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती कृति राठौड़, कोटा नगर निगम के अधीक्षण अभियन्ता श्री भुपेन्द्र माथुर तथा चारो स्मार्ट सिटी परियोजनाओ के टीम लीडर एवं सलाहकार उपस्थित थे।
बैठक में डॉ. मनजीत सिंह ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत किये जा रहे एवं किये जाने वाले विभिन्न कार्यो की समीक्षा की एवं इस दौरान स्पेशल परपज व्हीकल में कार्य करने वाले कर्मचारी एवं अधिकारी की जानकारी ली गई एवं खाली पदो को तुरन्त भरने के निर्देश दिये। उन्होने बैठक में जयपुर व उदयपुर के प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट कन्सलटेन्ट के सन्दर्भ में जानकारी ली।
बैठक में कोटा व अजमेर के प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट कन्सलटेन्ट के संबंध में बताया गया कि इसके लिये 30 नवम्बर को निविदायें खोली जायेगी। प्रमुख शासन सचिव ने जयपुर व उदयपुर के स्मार्ट सिटी सलाहकारों को निर्देशित किया कि वे परियोजना के तहत विभिन्न परियोजनाओ में डीपीआर बनाने, निविदा आमन्ति्रत करने, कार्यादेश जारी करने, कार्य की पूर्णता की समय सीमा निर्धारित करने आदि की सम्पूर्ण प्रक्रिया को निर्धारित समय में पूरा करने की प्रक्रिया को क्रियान्वित करे।
बैठक में रील के चेयरमैन श्री ए.के. जैन ने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जयपुर के लिये 50 मेगावॉट, उदयपुर के लिये 15 मेगावॉट, के मास्टर प्लान लगभग बन चुके है। इसी प्रकार अजमेर के लिये 6 मेगावॉट तथा कोटा के लिये 4 मेगावॉट के मास्टर प्लान तैयार किये जा रहे है। कोटा में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत दशहरा मैदान के विकास का कार्य एवं अजमेर में मल्टीलेविल कार पार्किग के निर्माण के लिये आवश्यक प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है।
डॉ. मनजीत सिंह ने बैठक में चारों स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देशित किया की वे स्मार्ट सिटी परियोजनाओ की निविदा कार्यो में तेजी लाये। उन्होने कहा कि माह दिसम्बर तक जयपुर में 1000 करोड़ रुपये, उदयपुर में 800 करोड़ रुपये, अजमेर में 500 करोड़ रुपये व कोटा में 500 करोड़ रुपये की निविदायें आमन्ति्रत किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में शुद्ध पेयजल, सीवरेज, सोलर, आई.टी, विद्युत वितरण से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओ में विभिन्न विभागो द्वारा किये जा रहे कार्यो की विस्तृत चर्चा की गई।
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों को परियोजना क्षेतर्् में कार्यो को गति प्रदान करने के निर्देश भी दिये गये। प्रमुख शासन सचिव ने निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी के पेनसिटी क्षेत्र में मॉडल रोड़, बैंगलोर की टेन्डर श्योर तकनीक पर निर्मित की जाये। उन्होनें जयपुर की चारदीवारी के भीतर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत रोड़ बनाने तथा नगर निगम एवं सरकारी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित करने के निर्देश दिये।
उन्होने यह निर्देश भी दिये कीं डी.ओ.आई.टी. के साथ समन्वयक स्थापित कर स्मार्ट सिटी परियोजना क्षेत्र में डिजीटल आधारित कार्यो को एकीकृत करना सुनिश्चित करे। जिससे परियोजना में कार्य करने वाले विभिन्न विभाग एक मंच पर आकर प्राप्त ऑकडो का उपयोग अपने कार्य में कर सके।
बैठक स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पब्लिक ट्रासपोर्ट सिस्टम, सार्वजनिक विद्युत व्यवस्था के तारो, सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के तारो व टेलीफोन के तारो को भूमिगत किये जाने, ठोस कचरा प्रबन्धन, सूचना कियोस्क निर्माण, बस शेलटर निर्माण, पार्किग व्यवस्था, सूचना स्क्रीन लगाने, वाई-फाई एवं एलईडी लाईटे लगाने पर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये गये।