शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश क्रांति का गवाहः वीरभद्र सिंह

शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश  क्रांति का गवाहः वीरभद्र सिंह

हिमाचलप्रदेश ———— मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कुल्लू ज़िला के बरी पधरू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए किन्जा स्वास्थ्य उप-केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चटानी माध्यमिक पाठशाला को उच्च पाठशाला, धोबी, तोस व कलोन प्राथमिक पाठशालाओं को माध्यमिक पाठशालाओं के रूप में स्तरोन्नत करने और हलाईनी में नई प्राथमिक पाठशाला खोलने की घोषणा की।

उन्होंने तरांबली में आयुर्वेदिक औषधालय, कसोल में नेचर पार्क खोलने और बरशेणी से नकथन-रूद्रनाग के लिए नए सड़क मार्ग के निर्माण की भी घोषणा की।

उन्होंने शरोगी मोड़ से देहणीधार सड़क को पक्का करने, ब्रीतुणी से तलोगी तक सड़क निर्माण और जुआणी सड़क मार्ग को पक्का बनाने तथा रामशिला से किन्जा सड़क को चौड़ा करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में प्रदेश में नाम मात्र शिक्षण संस्थान थे, जबकि आज यहां लगभग 15500 स्कूल और 115 राजकीय महाविद्यालय हैं। इनमें से अधिकांश शैक्षणिक संस्थान कांग्रेस पार्टी की सरकारों के कार्यकाल में खोले गए हैं।

प्रदेश सरकार का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाना है, जिसके लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चे को घर के नजदीक अच्छी शिक्षा मिले। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश एक क्रांति का गवाह बना है और विशेषकर दूर-दराज एवं कठिन क्षेत्रों में रह रहीं लड़कियों को शिक्षा की सुविधा सुनिश्चित बनाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र के माध्यम से लगभग 60 प्रतिशत लोगों को सीधा रोज़गार प्राप्त हो रहा है। पॉलीहाऊस निर्माण के लिए किसानों को 111.19 करोड़ रुपये की डा. वाई.एस. परमार किसान स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 85 प्रतिशत आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके अतिरिक्त, 154 करोड़ रुपये की राजीव गांधी सूक्षम सिंचाई योजना भी कार्यान्वित की जा रही है, जिसके अन्तर्गत किसानों को टपक सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं पर 2292 करोड़ रुपये खर्च कर रही है और प्रदेश के 90 प्रतिशत लोगों को नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आज कुल्लू जिला के लोगों को 23 करोड़ रुपये लागत की सिंचाई एवं पेयजल योजनाएं समर्पित की गई, जिनसे लोगों की लम्बित मांगें पूरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट शीघ्र तैयार की जाएगी।

श्रीमती स्टोक्स ने कहा कि लोगों को घरेलू एवं कृषि आवश्यकताओं के लिए बिजली पर 410 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। किसानों एवं बागवानों की सुविधा के लिए बागवानी विकास मिशन के अन्तर्गत 1100 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री सुन्दर सिंह ठाकुर ने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं संबंधी मांगों को मानने और 23 करोड़ रुपये लागत की सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

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