राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव (आरएसएम) – 2016 -हस्तशिल्प, भोजन, चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी,

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव (आरएसएम) – 2016 -हस्तशिल्प, भोजन, चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी,

संस्कृति मंत्रालय—————- 15 से 25 अक्टूबर 2016 तक आईजीएनसीए परिसर, जनपथ नई दिल्ली में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव (आरएसएम) – 2016 का आयोजन कर रहा है। इस महोत्सव की कल्पना वर्ष 2015 में संस्कृति मंत्रालय द्वारा की गई थी। जिसका उद्देश्य सभी समृद्ध और विविध आयामों जैसे- हस्तशिल्प, भोजन, चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी, प्रलेखन और लोककला आदिवासी और समकालीन अभिव्यक्ति आदि का एक ही स्थान पर प्रदर्शन करना था।

मंत्रालय के सभी 7 क्षेत्रीय केन्द्रों को दिल्ली और देश के विभिन्न शहरों में एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे के बैनर के तहत यह महोत्सव आयोजित करने का कार्य सौंपा गया है। आरएसएम 2016 की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं-

देश के सभी सात सांस्कृतिक केन्द्रों के साथ-साथ अकादमियों और आईजीएनसीए द्वारा एक शिल्प हॉट बनाई जाएगी जिसमें बनाये जाने वाले मंडपों को आंगन कहा जाता है। कुशल और दक्ष कारीगरों द्वारा अपने शिल्प के आधार पर बर्तनों बनाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया जाएगा। आगंनों को दक्ष और परंपरागत चित्रकारों तथा मूर्तिकारों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रीय केन्द्रों की शैली में सजाया जाएगा। इसके साथ-साथ दो फोटो प्रदर्शनियों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।

पहली प्रदर्शनी ऐतिहासिक और राष्ट्रीय महत्व के स्थानों की बरबर्ता पर आधारित है। इसमें गुमराह और असंवेदनशील लोगों द्वारा की जा रही हानिकारक गतिविधियों की ओर जनता का ध्यान आकर्षित किया जा सके क्योंकि ऐसी गतिविधियों से राष्ट्रीय विरासत को अपूर्णीय क्षति पहुंचती है।

यह प्रदर्शनी प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान का एक हिस्सा है जिसमें इस अभियान के आयामों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। दूसरी प्रदर्शनी अभी हाल में समाप्त सिंहस्थ कुम्भ मेले पर आधारित होगी, जिसमें राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना में इसके महत्व के साथ-साथ इसकी भव्यता और वैभव का भी प्रदर्शन किया जाएगा।

बहरूपिया, बाजीगर, कच्ची घोड़ी जैसी – लोक कलाओं के पारंपरिक कलाकार पूरे दिन अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, जिसका शिल्प हॉट और अन्य परिसरों में आयोजन किया जाएगा। इन कलाकारों को मैदानी कलाकारों के रूप में भी जाना जाता है,क्योंकि ये बिना किसी मंच के खुले में भी अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

एक फूड कोर्ट भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें देश के विभिन्न भागों के पारंपरिक व्यंजनों द्वारा दर्शकों की खातिरदारी की जाएगी, ताकि उन्हें अच्छी पाक कला का अनुभव हो सके। एक खुली हवा मंच क्षेत्र में भव्य मंच बनाया जाएगा जहां राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकार शाम को छह बजे से रात दस बजे तक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।

शिल्प हॉट क्षेत्र में एक सहायक मंच भी बनाया जाएगा, जिसमें शहर के छात्र और विभिन्न सांस्कृतिक समूह अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इस मंच पर मुझे भी कुछ कहना है नामक कार्यक्रम प्रदर्शित किया जाएगा जिसमें कलाकारों को अपनी प्रतिभा का बड़ी संख्या में दर्शकों के सामने अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।

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