- October 10, 2016
चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना–भीलवाड़ा वासियों को पेयजल उपलब्ध
जयपुर—-जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा है कि चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना में अनेक बाधाएं होने के बावजूद सरकार ने गंभीर प्रयास कर भीलवाड़ा वासियों को पेयजल उपलब्ध करवाकर बहुत प्रतिक्षित मांग पूरी की है। परियोजना के शेष चरणों का काम भी समय पर पूरा करते हुए पूरे जिले को पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा।
जलदाय मंत्री रविवार सायं कोटा रोड पर विद्यानिकेतन के पीछे चम्बल पंपिग स्टेशन पर चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रही थीं। श्रीमती माहेश्वरी ने सरकारी मुख्य सचेतक श्री कालूलाल गुर्जर, सांसद सुभाष बहेडिया, जिला प्रमुख रामचन्द्र सेन, विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, नगरपरिषद सभापति ललिता समदानी के साथ पंपिग स्टेशन पर विधिवत पूजा अर्चना कर बटन दबाकर परियोजना का शुभारंभ किया।
उन्होंने भीलवाड़ा वासियों को चम्बल का पानी भीलवाड़ा पहुंचने पर बधाई दी। जलदाय मंत्री ने कहा कि चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना के निर्माण में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के निर्देश पर एन.जी.टी., नेशनल हाईवे, वन विभाग आदि से संबंधित सभी समस्याओं का युद्धस्तर पर निराकरण कराते हुए तथा परियोजना को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर भीलवाड़ा वासियों की पेयजल समस्या का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के समन्वित प्रयासों से ही परियोजना मूर्तरुप ले पाई है।
श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछली सरकार की बकाया 28 हजार करोड़ रुपये की 65 परियोजनाओं समीक्षा की तथा सभी परियोजनाओं को पूरा करने का निश्चय किया। पेयजल परियोजनाओं को प्राथमिकता देते हुए प्रतिवर्ष 12 प्रोजेक्ट पूरे करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। पहले साल में 12 परियोजनाएं पूरी की गई। द्वितीय वर्ष में 13 परियोजनाएं तथा चालू वर्ष में भी 13 परियोजनाएं पूरी की जा रही हैं जिसमें चम्बल परियोजना भी सम्मिलित है।
चम्बल-भीलवाड़ा परियोजना में बेगूं क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की आपत्ति का निराकरण करते हुए प्रोजेक्ट में 52 करोड़ रु. के कार्यो को और जोडा गया तथा बेगूं क्षेत्र के गांवों को भी जलापूर्ति से जोडा गया। जलदाय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हर बैठक में चम्बल परियोजना की समीक्षा। उन्होंने कहा कि बड़ी कठिनाई के बाद भीलवाड़ा को पानी मिला है। अतः पानी के मोल को समझें। पानी की व्यर्थ बरबादी न हों।
श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि भीलवाड़ा वासियों को एक-दो दिन बाद 48 घण्टे के अंतराल से पेयजल सप्लाई किया जायेगा। फरवरी माह तक इस अन्तराल का घटाकर 24 घण्टे में पेयजल सप्लाई करने के गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी कॉलोनियों को भी चम्बल परियोजना से पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा तथा जिले के प्रत्येक गांव तक चम्बल का जल शीघ्र ही पहुंचाया जायेगा।
जलदाय मंत्री ने चम्बल परियोजना के अधीक्षण अभियंता आई.सी. कुमार, नागार्जुन कंपनी के एस.एस. बाशा सहित जलदाय विभागीय अभियंता एवं कर्मचारियोंं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरकारी मुख्य सचेतक श्री कालूलाल गुर्जर ने कहा कि सभी के भागीरथी प्रयासों से चम्बल का जल भीलवाड़ा तक पहुंच सका है, इसे गंगाजल मानकर सदुपयोग करें।
उन्हाेंंने माण्डल तथा आसीन्द क्षेत्र को भी शीघ्र ही पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। भीलवाड़ा के सांसद श्री सुभाष बहेडिया ने अपने संबोधन में कहा कि पूरा जिला इस परियोजना से लाभान्वित होगा। कार्यक्रम में अति. जिला कलक्टर आनन्दी लाल वैष्णव, माण्डलगढ़ नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन राजकुमार आंचलिया, प्रशान्त मेवाडा, श्रीमती मधु शर्मा, कैलाश जीनगर सहित गणमान्यजन, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। विभिन्न संगठनों ने चम्बल का पानी भीलवाड़ा तक पहुंचाने के लिए जलदाय मंत्री का आभार व्यक्त किया।