- October 3, 2016
प्रदेश की पंचायतें भी डिजिटल : धनखड़
झज्जर—प्रदेश के कृषि तथाा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायतों के डिजिटल पंचायत होने का जो सपना देखा था वो अब पूरा हो रहा है।
गांव में ही ग्राम सचिवालय की स्थापना के साथ अब गांव के लोगों को अधिकतम सुविधाएं एक ही प्रांगण में अपने ही गांव में मिलने लगी हैं। कृषि मंत्री रविवार को दादरी तोए गांव में ग्रामीण सचिवालय दिवस के मौके पर आयोजित ग्राम सभा की बैठक शामिल होने पहुंचे थे।
इससे पूर्व उन्होंने ग्राम सचिवालय प्रांगण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। श्री धनखड़ ने ग्राम सचिवालय में विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण करते हुए काम-काज की प्रक्रिया भी जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण सचिवालय के माध्यम से गांवों और सरकार के बीच संवाद प्रक्रिया अधिक तेजी के साथ होगी। ग्राम सभा को उन्होंने ग्रामीणों के लिए अति महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ग्राम सभा की बैठक पारदर्शिता की ओर एक बड़ा कदम है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि सभी वर्गों के लोग ग्राम सभा की बैठक में भागीदारी जरूर करें और अपने गांव-गली के विकास के मुद्दों से संबंधी चर्चा करें।
उन्होंने कहा कि किसी भी गांव का विकास दो तरीकों से हो सकता है, एक इसमें सरकार पर निर्भरता है। दूसरा तरीका यह है कि वे अपने गांव का गौरव दिवस मनाए। इस दिवस पर मूल रूप से अपने गांव के सफल लोगों का बुलाया जाए और गांव के विकास के साथ जोड़ा जाए।
स्वच्छता को अच्छे स्वस्थ और शुद्ध वातावरण की चाबी बताते हुए ग्रामीण एवं पंचायत विकास मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरे देश को स्वच्छ देश बनाने का जो लक्ष्य तय किया है उसमें हरियाण प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के तीन जिलों पंचकूला, सिरसा एवं पानीपत को खुले में शौच मुक्त जिलों के तौर पर घोषित किया गया है।
प्रत्येक जिले को 50 लाख
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में आवारा पशुओं के प्रबंध के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक जिले के लिए 50-50 लाख रुपए की राशि जारी की गई है। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि जिले में आवारा पशुओं को गौशाला आदि में व्यवस्था की जाए।