- September 30, 2016
जवाई-लैंड ऑफ लियोपार्ड
जयपुर, 30 सितम्बर- नई दिल्ली के बीकानेर हाउस में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा उद्घाटित ‘‘जवाई-लैंड ऑफ लियोपार्ड’’ प्रदर्शनी इन दिनों जन आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यह प्रदर्शनी श्रीमती अंजली और श्री जय सिंह द्वारा स्वयंसेवी संस्था सुजान की मदद से आयोजित की गई है।
इस प्रदर्शनी में राजस्थान के जवाई बांध के तराई क्षेत्र में तेंदुओं और स्थानीय निवासियों के बीच सह-अस्तित्व की अनूठी मिसाल का प्रभावी प्रदर्शन किया गया है, जो कि संभवत दुनिया का पहला अद्वितीय स्थान है, जहां पर तेंदुओं की आबादी का घनत्व देश में सबसे अधिक है।
यहां वन्य जीवों और इंसानों के मध्य-सौहार्द पूर्ण संबंधों का असाधारण उदाहरण की तस्वीर भी पेश होती है, जो कि 21वीं सदी में बढ़ते शहरीकरण के मध्य अकल्पनीय लगती है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में अरावली पहाड़ियों की गोद में बसा जवाई क्षेत्र अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और जैव-विविधताओं का भंडार है।
यहां की यात्रा का अनुभव बहुत ही सुखद एवं रोमांचकारी है, चूंकि जवाई की जादुई भूमि में स्थानीय ग्रामीणों की मदद से स्वयंसेवी संस्था सुजान द्वारा विभिन्न वन्य जीवों एवं तेंदुए जैसे जानवरों की रक्षा का अनुपम उदाहरण पेश हो रहा है। यह भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्पद है। प्रदर्शनी आयोजकों द्वारा जवाई-लैंड ऑफ द लियोपार्ड’ पर एक चित्रमय पुस्तक का प्रकाशन भी किया गया है।
इस पुस्तक में जवाई क्षेत्र के ग्रामीणों एवं वन्य जीवों विशेषकर तेंदुओं के मध्य सह अस्तित्व की कहानी को प्रभावी ढंग से पेश करने के साथ ही अनेक दुर्लभ चित्रों के संकलन को प्रस्तुत किया गया है।
साढ़े चार हजार रूपये कीमत की इस पुस्तक में स्थानीय जनजीवन और वन्य जीवों के बीच रिश्तों को दर्शाते चित्रों खूबसूरत ढंग से दिखाया गया है। साथ ही पुस्तक में जवाई क्षेत्र की जैव विविधता, आदिवासी जन-जीवन, इस अंचल की कला संस्कृति और इतिहास के साथ ही प्राकृतिक आभा का सुंदर चित्रण किया गया है और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों को विशेष रूप से उभारा गया है।
यह प्रदर्शनी आगामी 21 अक्टूबर तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी।