- September 23, 2016
सार्वभौम स्वर्ण बांड (एसजीबी) योजना –820 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की धनराशि जुटाये जाने की आशा
पेसूका –(वित्त मंत्रालय)——- सार्वभौम स्वर्ण बांड (एसजीबी) योजना की पांचवीं श्रृंखला से जुटाई गई धनराशि के 820 करोड़ रुपये के भी पार चले जाने की आशा है। यह धनराशि 2 लाख से भी ज्यादा आवेदनों से जुटाई गई है, जो तकरीबन 2.37 टन सोने को दर्शाते हैं।
इस संख्या के और भी ज्यादा होने की आशा है, क्योंकि संबंधित आवेदन प्राप्ति कार्यालय अंतिम दिन बड़ी संख्या में प्राप्त आवेदनों को अब भी अपलोड करने में जुटे हुए हैं। भारत सरकार द्वारा इस योजना की आक्रामक मार्केटिंग किये जाने के परिणामस्वरूप उपभोक्ताओं से उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हासिल करने में मदद मिली है। इसमें भारत सरकार के अनेक प्राप्ति कार्यालयों जैसे कि बैंकों एवं डाकघरों के साथ-साथ एनएसई और बीएसई भी शामिल हैं।
245 करोड़ रुपये के अभिदान के साथ एसबीआई और 56 करोड़ रुपये के अभिदान के साथ बैंक ऑफ इंडिया ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। डाकघरों का भी प्रदर्शन अच्छा रहा है क्योंकि वे अधिकतम संख्या में तकरीबन 22 हजार आवेदकों को आकर्षित करने में कामयाब रहे हैं। डाकघरों द्वारा जुटाई गई कुल राशि के तकरीबन 15-20 करोड़ रुपये रहने की आशा है। सार्वभौम स्वर्ण बांड योजना की पांचवीं श्रृंखला 1 सितम्बर से लेकर 9 सितम्बर, 2016 तक खुली रही थी।
पांचवीं श्रृंखला में सार्वभौम स्वर्ण बांड योजना का निर्गम मूल्य (इश्यू प्राइस) अपेक्षाकृत ज्यादा 3150 रुपये प्रति ग्राम सोना रहा, जो 22 अगस्त से लेकर 26 अगस्त, 2016 तक के सप्ताह के दौरान 999 शुद्धता वाले सोने के औसत बंद मूल्य पर आधारित है, जिसका प्रकाशन इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (आईबीजेए) करती है।
सरकार वर्ष 2016-17 में सार्वभौम स्वर्ण बांड योजना की कई और श्रृंखलाएं पेश करेगी। सार्वभौम स्वर्ण बांड योजना की अगली श्रृंखला दीपावली से पहले अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में आने की आशा है। सार्वभौम स्वर्ण बांड योजना की अगली श्रृंखला में कुछ अतिरिक्त विशेषताएं रहने की आशा है, ताकि और ज्यादा संख्या में उपभोक्ताओं को आकर्षित किया जा सके।