- September 6, 2016
कांग्रेस को हाईटेंशन लाइन हटवाने की याद तक नहीं आई- विधायक नरेश कौशिक
बहादुरगढ़, 6 सितंबर —स्थानीय विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दस साल के कार्यकाल में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व विधायक राजेंद्र जून को शहर की हाईटेंशन लाइन हटवाने की याद तक नहीं आई और अब जनता के बीच पहुंच झूठ की राजनीति करने की कोशिश में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दस साल में शहर की जनता को हाईटेंशन लाइन से होने वाले दर्द को उन्होंने महसूस नहीं किया और अब वे जनता के बीच झूठ बोलते हुए अपना राजनैतिक अस्तित्व बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ हलके की स मानित जनता लोकसभा व विधानसभा चुनाव में झूठ बोलने वाले नेताओं को अच्छी तरह से सबक सीखा चुकी है।
उन्होंने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के ब्यानों को झूठ की राजनीति से प्रेरित बताते हुए स्पष्ट किया कि हलके की लंबित समस्याओं के समाधान की ओर कांग्रेस सरकार ने कतई भी ध्यान नहीं दिया।
विधायक कौशिक ने कहा कि शहर की बिजली की हाईटेंशन लाइन वर्षों जैसी पुरानी समस्या का स्थाई समाधान करने की पहल भाजपा सरकार ने की जबकि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शहर की हाईटेंशन लाइन पूरी तरह से हादसों का सबब बनी रही किंतु इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
उन्होंने विस चुनाव में हलके के बीच जनसभाओं में शहरवासियों को विश्वास दिलाया था कि भाजपा के पक्ष में मतदान करते हुए उन्हें जीत दिलाएं तो निश्चित रूप से शहर को हाईटेंशन लाइन की टैंशन से मुक्ति दिलाएंगे।
हाईटेंशन लाइन हटाने की घोषणा—मुख्यमंत्री
विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि जनता ने विस चुनाव में उन पर पूरा भरोसा जताया और उन्हें विजयी बनाया। हलके के जनप्रतिनिधि का दायित्व उन्हें मिलते ही दिसंबर 2014 में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल के पहली बार झज्जर आगमन पर उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर बहादुरगढ़ की हाईटेंशन लाइन की समस्या के निदान का प्रस्ताव मु यमंत्री के समक्ष रखा।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में बहादुरगढ़ की हाईटेंशन लाइनों को हटवाने की तुरंत प्रभाव से न केवल घोषणा की बल्कि इसके लिए करीब साढ़े 3 करोड़ रूपए के बजट की मंजूरी देते हुए तारें हटाने का कार्य शुरू कराने की स्वीकृति प्रदान की। बिजली निगम की ओर से हाईटेंशन लाइन के शिफ्टिंग कार्य में तेजी लाते हुए नगरपरिषद् की ओर से पहली किश्त के रूप में निगम को 3 करोड़ 43 लाख 71 हजार रूपए 6 अप्रैल 2015 को जमा कराए गए जबकि उसके उपरांत निगम की ओर से मांगी गई राशि का भुगतान नगरपरिषद् की ओर से 13 अप्रैल 2016 को भी किया गया।
विभागीय आंकड़ों की बात करें तो विधायक ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में भाजपा सरकार के आगमन के साथ ही चुनाव में किए गए वायदे को पूरा करने की पहल ही नहीं हुई बल्कि निरंतर सरकार की ओर से धनराशि उपलब्ध कराते हुए जनभावनाओं के अनुरूप कार्य को अंतिम रूप तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि आने वाले चंद दिनों में बहादुरगढ़ शहर की हाईटेंशन लाइन से शहरवासियों को निजात मिलेगी जोकि वर्षों से उनकी समस्या रही है।
उन्होंने कहा कि हाईटेंशन लाइन हटाने के लिए आयोजित बैठकें भी ओछी राजनीति का उदाहरण है और शहर में चल रहा हाईटेंशन लाइन हटाने का कार्य समस्या के समाधान का प्रत्यक्ष प्रमाण है जिसे जनता बेहतर ढंग से देख रही है।