समीक्षा :- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

समीक्षा :- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

भोपाल (मुकेश मोदी)————– उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि पिछले एक दशक में मध्यप्रदेश में अधोसंरचना के क्षेत्र में जो उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल हुई और हर सेक्टर में जो परिवर्तन आया है, उसका समुचित प्रदर्शन होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य की मार्केटिंग कर उसका फायदा अक्टूबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 में लिया जाना चाहिए। साथ ही इसे चुनौती के रूप में लिया जाए। समिट से जुड़े सभी विभागों से बेहतर समन्वय पर भी उन्होंने जोर दिया। श्री शुक्ल आज भोपाल में समिट की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान भी मौजूद थे।

उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि औद्योगिक क्रांति का सपना साकार होना चाहिए। समिट में देश-विदेश के हर क्षेत्र की भागीदारी हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसे परिणाममूलक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए पर्याप्त जमीन है। जरूरत इस बात की है कि देश-विदेश के उद्योगपतियों को प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौर-ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गई है। प्रदेश में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगाया जा रहा है। प्रतिष्ठित कंपनी हिंडाल्को ने भी एल्यूमीनियम के क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की इच्छा जताई है। श्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी।

बैठक में बताया गया कि इंदौर में 22 और 23 अक्टूबर 2016 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगी। इस में 3000 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें लगभग 500 विदेशी, प्रदेश के 1000 और करीब 1500 प्रतिनिधि देश भर के अन्य राज्यों के होंगे। इंदौर समिट में देश के नामी औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

बैठक में प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए अब तक देश-विदेश में किये गये रोड-शो के बारे में जानकारी दी गई। इंदौर समिट में एग्री बिजनेस एवं फूड प्रोसेसिंग, आटो मोबाईल और इंजीनियरिंग, डिफेंस, आई.टी, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, टेक्सटाईल, पर्यटन, अर्बन डेवलपमेंट और फार्मास्युटिकल पर सत्र होंगे।

इन सत्र में प्रदेश की औद्योगिक नीति पर विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रदेश की औद्योगिक उपलब्धियों और संभावनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।

बैठक में औद्योगिक केन्द्र विकास निगम की 7 इकाइयों द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई। एकेव्हीएन वर्ष 2016-17 में 300 हेक्टर क्षेत्र का विकास करेगा। इस पर करीब 360 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।

बैठक में बताया गया कि 7 एकेव्हीएन भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर और उज्जैन के पास उद्योग लगाने के लिए 862 हेक्टर भूमि में 3129 भू-खण्ड उपलब्ध है।

बैठक में ट्रायफेक के एम.डी. श्री डी.पी.आहूजा और उद्योग विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

 

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