झज्जर, 29 जून। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. नरहरि बांगड़ ने कहा कि सीएम विंडों प्रदेश के मुख्यमंत्री और आमजन के बीच संवाद का सशक्त माध्यम है। अब तक सीएम विंडों पर जिला में कुल 1882 शिकायतें मिलीं, जिनमें से संबंधित विभागों द्वारा 1582 शिकायतों का निदान कर दिया गया है तथा 300 शिकायतों पर संबंधित विभागों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि सीएम विंडों के माध्यम से मिलने वाली शिकायतों का तय सीमा में निदान कर सीएम विंडों के नोडल अधिकारी नगराधीश को सूचित करें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आमजन की शिकायतों का तत्परता से समाधान करने के लिए यह पारदर्शी प्रणाली शुरू की है। सीएम विंडों आमजन और मुख्यमंत्री के बीच सीधे संवाद का सशक्त माध्यम बनकर उभरी है। सीएम विंडों के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों, समस्याओं और सुझावों पर अधिकारियों को गंभीरता से कार्यवाही करने को कहा गया है।
सीएम विंडों पर मिलने वाली शिकायतों या समस्याओं का संबंधित विभागों द्वारा जल्द समाधान किया जाता है। उन्होंने विभागों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि सीएम विंडों पर प्राप्त होने वाली समस्याओं को निपटाने में कोई देरी न करें तथा इनका जल्द से जल्द समाधान करें। सीएम विंडों पर आने वाली समस्याओं व शिकायतों की मानीटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री मनोहरलाल करते हैं।
डॉ. बांगड़ ने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए लघु सचिवालय में स्थित ई दिशा केंद्र में सीएम विंडों स्थापित की गई है। प्रार्थी से लिखित में शिकायत प्राप्त होते हुए उसका सीएम विंडों पर पंजीकरण किया जाता है। शिकायत दर्ज होते ही प्रार्थी के मोबाइल नंबर सीएम विंडों का पंजीकरण नंबर एसएमएस के माध्यम से भेजा जाता है। सीएम विंडों पर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करने का प्रावधान है।
अधिकारी कार्यालयों में 11 से 12 बजे तक सुनें जनता की समस्याएं : अतिरिक्त उपायुक्त डा. नरहरि बांगड़ ने कहा कि आमजन से जुड़े विभागों के अधिकारी प्रात: 11 बजे से 12 बजे तक प्रतिदिन अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जनता की समस्याएं सुनें। इन विभागों के अधिकारी अपने विभाग व कार्यालयों के कार्य को किसी अन्य समय में निपटाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि आमजन को प्रशासनिक व विभागीय कार्य के लिए कार्यालयों में आना पड़ता है तथा बिना अधिकारी की मौजूदगी के उन्हें अपने कार्य करवाने में दिक्कत होती है, इसलिए प्रदेश सरकार ने जनता की सुविधा के लिए आमजन से जुड़े विभागों के अधिकारियों के लिए प्रात: 11 बजे से 12 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहना जरूरी किया है।
98 हजार 942 लाभपात्रों को सामाजिक सुरक्षा भत्ता योजना का लाभ————- अतिरिक्त उपायुक्त डा. नरहरि बांगड़ ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से समाज कल्याण विभाग के माध्यम से दी जा रही विभिन्न सामाजिक सुरक्षा भत्ता योजनाओं के तहत जिले में मई माह में 98 हजार 942 लाभपात्रों को येाजना का लाभ दिया गया।
उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना के तहत 61 हजार 788, विधवा पेंशन के तहत 23 हजार 390, विकलांग पेंशन योजना के तहत 6 हजार 304, लाडली पेंशन योजना के तहत एक हजार 577, कश्मीरी विस्थापित भत्ता योजना के तहत 9 तथा निराश्रित बच्चों की पेंशन योजना के तहत 5 हजार 400, मंदबुद्धि विकलांग बच्चों की पेंशन योजना के तहत 449 तथा विकलांग बच्चों को छात्रवृति प्रदान करने संबंधी योजना के तहत 25 लाभपात्रों को मई माह में योजना का लाभ दिया गया। इसी प्रकार मई माह के दौरान 99 लाभपात्रों की मृत्यु होनेे के कारण विभाग द्वारा उनकी पेंशन बंद कर दी गई है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि पेंशन वितरण के कार्य में पारदर्शिता बरतते हुए पेंशन सीधे बैंक व डाकघर खातों में भेजी जा रही है। सभी प्रकार की पेंशन के नए आवेदन फार्म जिला के संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में ही स्वीकार किए जा रहे हैं। यह व्यवस्था आवेदकोंं की सुविधा के लिए फिलहाल तीन महीने के लिए की गई है।
डा. बांगड़ ने बताया कि ब्लॉक बहादुरगढ़ में महीने के तीसरे बुधवार, साल्हावास में दूसरे सोमवार, मातनहेल में दूसरे मंगलवार, झज्जर में दूसरे सोमवार तथा बेरी ब्लॉक मे दूसरे वीरवार को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के आवेदन स्वीकार किए जाते हैं। इन दिनों में सार्वजनिक अवकाश होने पर आगामी कार्य दिवस में आवेदन फार्म स्वीकार किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि लाभपात्र निर्बाध रूप से पेंशन का लाभ पाने के लिए अपने पेंशन खातों को अपलोड करा लें।