- June 2, 2016
पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को लीव एनकैशमेंट
हिमाचलप्रदेश ———————– परिवहन मंत्री श्री जी.एस. बाली ने कहा कि यात्रियों को गुणात्मक, आरामदायी एवं सुविधाजनक परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से हि.प्र. पथ परिवहन निगम की कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ बनाने के लिये पिछले तीन वर्षों के दौरान अनेक सुधार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारी परिवहन सेवाएं प्रदान करने में अहम् भूमिका निभाते हैं और सरकार ने इन कर्मचारियों को समय-समय पर देय वित्तीय लाभ एवं अन्य सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास किये हैं।
परिवहन मंत्री ने कहा कि निगम के कर्मचारियों को अवकाश के बदले वेतन की अदायगी के लिये 2.43 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। इसके अतिरिक्त, निगम प्रबन्धन को देय चिकित्सा भत्ते की 50 प्रतिशत राशि 1.30 करोड़ रुपये भी जारी करने के साथ-साथ निगम के पेंशनधारकों को अप्रैल माह की पेंशन जारी करने के भी आदेश जारी किये गए हैं।
श्री बाली ने कहा कि निगम के कर्मचारियों को जनवरी 2013 से अभी तक 510 करोड़ रुपये के वित्तीय लाभ प्रदान किये हैं जिनमें चिकित्सा भत्ता, रात्री भत्ता, अतिरिक्त समय भत्ता, पेंशन लाभ, अवकाश के बदले वेतन तथा वर्दी की अदायगी शामिल हैं।
इस अवधि के दौरान कर्मचारियों की मांग पर 48 घण्टे के ओवर-टाईम रोस्टर को वापिस लिया जिससे निगम पर सालाना 18 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ा लेकिन कर्मचारी लाभान्वित हुए। उन्होंने कहा कि विभिन्न श्रेणियों के 1651 पदों पर बेरोज़गार युवाओं को नौकरियां प्रदान की गई। इसी अवधि के दौरान निगम के 1250 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया एवं 1846 कर्मचारियों की सेवाएं नियमित की गई।
परिवहन मंत्री ने कहा कि करुणामूलक आधार पर 343 लोगों को नियुक्तियां प्रदान की गई तथा 212 परिचालकों को उप निरीक्षक के पदों पर पदोन्नत किया गया। 20 वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाले चालको व परिचालकों को दो विशेष वेतन वृद्धियां प्रदान की जा रही हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों के समान ग्रेड
पे प्रदान की गई तथा 4-9-14 को पे-स्केल लागू किया गया। पीसमील कार्यकर्ताओं को अनुबन्ध में लाने के लिये नीति बनाकर 255 पीसमील कर्मियों को अनुबन्ध आधार पर परिवर्तित किया गया। हितकारी निधि के अन्तर्गत मृतक कर्मचारी को मिलने वाली 75000 रुपये की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये तथा सेवा निवृत कर्मचारी को देय 15000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 20000 रुपये किया गया।
श्री बाली ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों एवं निगम के कर्मचारियों की मेहनत के फलस्वरुप निगम के सकल राजस्व में 170 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। केएमपीएल 3.63 से बढ़कर 3.69 तक पहुंच गई है जिससे सालाना 3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हो रहा है।
उन्होंने निगम के कर्मचारियों को और अधिक मेहनत एवं समर्पण की भावना से कार्य करने का आग्रह किया ताकि लोगों को और बेहतर परिवहन सेवाएं प्रदान की जा सके और साथ ही निगम की आय और इजाफा हो।