- April 30, 2016
राज-काज संपादन के निर्देश :- जिला कलक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों की बैठक :- संभागीय आयुक्त
जयपुर —— मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में संभाग के जयपुर में आगामी सप्ताह होने वाली जिला कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस की तैयारियों को लेकर उदयपुर संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री आनंद श्रीवास्तव ने शुक्रवार को संभागीय आयुक्त सभागार में जिला कलक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली और संभाग की सम सामयिक स्थिति, कानून व्यवस्था, विकास योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान आदि गतिविधियों की समीक्षा की और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि वे हर स्तर पर परस्पर समन्वय के साथ काम करें। जनसुनवाई तथा विभिन्न स्तरों पर होने वाली बैठकों में साथ जाएं, सामूहिक बैठकें करें तथा जन समस्याओं के निस्तारण के प्रति गंभीरता बरतें।
उन्होंने वैब पोर्टल पर सूचनाओं को अपडेट रखने, अवैध खनन की रोकथाम, राजपासा कानून का इस्तेमाल करने, नेशनल हाईवे की तकनीकि दिक्कतों को दूर करने, सर्विस सड़कों से अतिक्रमण हटाने आदि के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त देथा ने अधिकारियों से कहा कि संभाग को त्वरित विकास में अग्रणी पहचान दिलाने के लिए पूर्व समन्वय के साथ ठोस काम करें।
पुलिस महानिरीक्षक श्री आनंद श्रीवास्तव ने उदयपुर संभाग की कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए संतोष जताया और कहा कि असामाजिक तत्वों पर निगाह रखें, इंटेलीजेंस को मजबूत रखें तथा किसी भी प्रकार की घटना-दुर्घटना के समय त्वरित कार्यवाही को अंजाम दें।
जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता(उदयपुर), श्री प्रकाश राजपुरोहित(बांसवाड़ा), अर्चना सिंह(राजसमंद), श्री इन्द्रजीतसिंह(चित्तौड़गढ़), श्री एस.के. सोलंकी (डूंगरपुर) एवं प्रतापगढ़ के अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अनुराग भार्गव ने अपने-अपने जिलों के बारे में विस्तार से पॉवर पॉइंट प्रजेन्टेशन के जरिये जानकारी दी।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षकों सवंश्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल(उदयपुर), अनिल कुमार जैन(डूंगरपुर), आनंद शर्मा(बांसवाड़ा), विष्णुकान्त (राजसमन्द), कालूराम रावत(प्रतापगढ़) एवं चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन ने पुलिस तथा कानून व्यवस्था से संबंधित जानकारी दी। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
संभागीय आयुक्त ने जयपुर में होने वाली जिला कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस के मद्देनज़र उदयपुर संभाग से संबंधित तैयारियों के प्रभावी ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए। देथा ने संभाग से संबंधित तमाम विषयों पर चर्चा की। श्री देथा ने चिकित्सा श्री विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, आरोग्य आदि समस्त योजनाओं को प्रभावी बनायें एवं समय पर इनका भुगतान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग मौसमी बीमारियों के प्रति गंभीर रहे तथा सभी प्रकार के ऎहतियाति उपाय अपनाएं।
संभागीय आयुक्त ने संभाग में कानून व्यवस्था, साम्प्रदायिक सौहार्द, दुर्घटनाओं, अनुसूचित जाति-जनजाति, महिला अत्याचार, निरोधात्मक कार्यवाही आदि की समीक्षा की। संभाग की कानून व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया गया।
संभागीय आयुक्त श्री भवानी सिंह देथा ने उदयपुर संभाग में सम सामयिक हालातों, पानी-बिजली, लोक सेवाओं, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, पेंशन योजनाओं, लोक समस्याओं के निराकरण आदि के प्रति गंभीरता बरतने के निर्देश दिए।
देथा ने कहा कि तमाम जल योजनाओं को उपयोगी बनाएं तथा पेयजल की शुद्धता पर ध्यान दें। पेयजल से संबंधित सभी समस्याओं का तत्काल समाधान करें। हैण्डपम्प मरम्मत, वंचित क्षेत्रों में पेयजल पहुंचाने की योजनाओं के प्रति गंभीर रहें। सभी जरूरी सूचनाओं को अपडेट रखें।
उन्होंने कहा कि वन विभाग से संबंधित मामलों में सभी संबंधित अधिकारी समन्वय बनाकर समस्याओं एवं प्रस्तावों का निस्तारण करें। सज्जनगढ़ म्यूजियम का आधुनिकीकरण करें व इसमें जनजाति परिवेशीय बिन्दुओं को भी समाहित करें। उदयपुर जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता ने इसके लिए वन बंधु योजना में 20 लाख रुपए दिये जाने का आश्वासन दिया।