- April 25, 2016
चित्र प्रदर्शनी ‘पराशक्ति’ आकर्षण का केन्द्र
उदयपुर, 25 अपे्रल/देश-विदेश में मशहूर चित्रकार इन्दिरा प्रकाश के चित्रों की कला प्रदर्शनी ‘पराशक्ति – द सुप्रीम पॉवर’ सोमवार से उदयपुर सूचना केन्द्र की कला दीर्घा में शुरू हुई। पाँच दिन चलने वाली अपनी तरह की इस विशिष्ट प्रदर्शनी का शुभारंभ राजस्थान माइन्स एण्ड मिनरल्स के कार्यकारी निदेशक दिनेश कोठारी, जाने-माने चित्रकार प्रो. सुरेश शर्मा एवं प्रो. एल.एल. वर्मा ने फीता काटकर तथा श्रीनाथजी की तस्वीर एवं साँई चरण में पुष्पमाला अर्पित की और दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
हर किसी ने की पेंटिंग्स की प्रशंसा
इस मौके पर आकाशवाणी के पूर्व उप महानिदेशक माणिक आर्य, चित्रकार डॉ. सुभाष मेहता, एम.ए. हुसैन, मीनू चौधरी, आशा एवं हरिसिंह (नई दिल्ली), सोविल कुमार (लखनऊ), रोविल (रांची), सौरभ चौधरी(अलीगढ़), पार्षद गिरिजेश शर्मा, आकाशवाणी चित्तौड़गढ़ के निदेशक (अभियांत्रिकी) सतीश देपाल, उदयपुर आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी विनोद शर्मा सहित विभिन्न हिस्सों से आए चित्रकार, अधिकारीगण, विभिन्न कला संस्थाओं के पदाधिकारी, कलाप्रेमियों, मीडियाकर्मी एवं गणमान्य नागरिकों ने प्रदर्शित चित्रों को देखा तथा सराहना की।
प्रदर्शनी आयोजक चित्रकार इन्दिरा प्रकाश, आत्मप्रकाश, सोविल कुमार एवं मानिक आर्य ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया और मेवाड़ी पगड़ी पहना व शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन किया।
मन मोहा अनूठे भाव भरे आकर्षक चित्रों ने
इसमें इन्दिरा प्रकाश की कुल 48 रंगीन चित्रकृतियां प्रदर्शित हैं जिनमें वाटर कलर, फेब्रिक कलर एवं ऑयल कलर्स से निर्मित उम्दा पेंटिंग्स शामिल हैं। प्रदर्शनी में अध्यात्म, गौतम बुद्ध, यशोधरा एवं पुत्र राहुल, बुद्ध की जननी महामाया अप्सरा, बौद्ध, योग, कुण्डली जागरण, पंचतत्वों, शरीरस्थ दिव्य चक्रों, नारीशक्ति, मातृत्व, प्रकृति, नैसर्गिक परिवर्तन आदि के सुनहरे बिम्बों से साक्षात कराया गया है।
इसी प्रकार पिण्ड से लेकर ब्रह्माण्ड तक के कल्पना लोक और पुरातन से लेकर अधुनातन तक की यात्रा को इन कृतियों में बखूबी दर्शाया गया है। इसमें रंगों के संयोजन से सृजित मॉडर्न पेटिंग्स भी प्रदर्शित हैं। शुभारंभ समारोह में उपस्थित अतिथियों एवं चित्रकारों ने कैनवास पर अपनी चित्रात्मक अभिव्यक्ति भी दर्शायी। यह प्रदर्शनी 29 अप्रेल, शुक्रवार तक रोजाना प्रातः 10.30 से शाम 7 बजे तक खुली रहेगी।