• February 23, 2016

माघी पूनम पर बेणेश्वर महामेला चरम यौवन पर

माघी पूनम पर बेणेश्वर महामेला चरम यौवन पर

निष्कलंक भगवान व पीठाधीश्वर की पालकी यात्रा व अमृत स्नान रहा आकर्षण का केन्द्र
संगम तीर्थ में हुआ अस्थि विसर्जन,
मन्दिरों में दर्शनों को उमडे़ श्रद्धालु, बाजारों में रही भारी भीड़,
पीठाधीश्वर का आशीर्वाद पाने लगा रहा भक्तों का तांता

 बांसवाड़ा -(डी०पी०आर०ओ०) —————– दस दिवसीय बेणेश्वर लक्खी मेला सोमवार को माघ पूर्णिमा के अवसर पर चरम यौवन पर रहा।  मेले में हर तरफ मेलार्थियों का ज्वार उमड़ता रहा। श्रद्धालुओं  ने पवित्र संगम मेें स्नान के बाद बेणेश्वर शिवालय एवं राधाकृष्ण हरि मन्दिर सहित धाम के विभिन्न  देवालयों में दर्शन किए, मनोरंजन गतिविधियों का लुत्फ उठाया, मेला बाजारों से खरीदारी की और मेले का आनंद पाया।

BENESHWAR FAIR 22 FEB 2016  (3)       दोपहर पर परवान पर रहा अस्थि विसर्जन

बेणेश्वर संगम में भोर से ही दिवंगत परिजनों की मुक्ति की कामना से अस्थि विसर्जन, तर्पण और स्नान के लिए भारी भीड़ जुटी और दोपहर तक यह दौर परवान पर रहा। अस्थि विसर्जन के लिए आए परिजनों ने तटों पर सामूहिक भोज किया।

       मेला बाजारों में लगा रहा खरीदारों का जमघट

दोपहर बाद मेला बाजारों में भारी भीड़ छायी रही, जहां मेलार्थियों ने अपनी जरूरत की सामग्री खरीदी। मेले में कई तरफा लगे बाजारों में वह हरा वस्तु उपलब्ध है जो आम आदमी के लिए जरूरी है।

       पालकी यात्रा रही आकर्षण का केन्द्र

मुख्य मेले में परंपरागत पालकी यात्रा मेलार्थियों के खासे आकर्षण का केन्द्र बनी रही। सोमवार सवेरे साबला हरि मन्दिर से बेणेश्वर धाम तक निष्कलंक भगवान एवं महंतश्री की पालकी यात्रा निकली जिसकी धाम पर भव्य अगवानी की गई। मेलार्थियों ने निष्कलंक भगवान व पीठाधीश्वर गोस्वामी अच्युतानंद महाराज के दर्शन किए।

       आबूदरा में अमृत स्नान

इसके बाद पालकी यात्रा बेणेश्वर के जलसंगम तीर्थ आबूदरा पहुंची जहां महंतश्री ने प्रभु निष्कलंक के साथ अमृत स्नान विधि पूरी कर संगम की परंपराओं का निर्वाह किया। इसके बाद रास लीला के कलाकारों द्वारा सारे रास्ते रास नृत्य के बीच पालकियां वापस बेणेश्वर धाम के मुख्य पीठ राधाकृष्ण मन्दिर पहुंची जहां निष्कलंक को सिंहासन पर प्रतिष्ठित करने के बाद महंतश्री गादी पर बिराजमान हुए।

       पीठाधीश्वर से आशीर्वाद पाने उमड़े भक्त

देश के विभिन्न हिस्सों से आए माव भक्तों ने महंत से आशीर्वाद पाया तथा चढ़ावा चढ़ाया। मावजी महाराज की परंपरा में नवें पीठाधीश्वर महंत गोस्वामी अच्युतानंद महाराज के दर्शन व आशीर्वाद पाने को उतावले भक्तों की घण्टों तक लंबी कतारें लगती रहीं। बेणेश्वर शिवालय में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का जमघट लगातार बना रहा। वाल्मीकि मन्दिर पर ऎटीवाला पाड़ला से आयी पालकी के सान्निध्य में भजन-कीर्तनों का दौर बन रहा।

बेणेश्वर मेले में विभिन्न विभागों की प्रचार प्रदर्शनियों में मेलार्थियों का  रेला बना रहा। मेलार्थियों के लिए खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर जारी है। मेलार्थियों के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा  आयुर्वेद की ओर से चिकित्सा केन्द्र स्थापित किए गए हैं। सुरक्षा के लिए व्यापक पुलिस बन्दोबस्त सहित तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। स्काउट-गाइड भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मेला शनिवार तक चलेगा।

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