गंभीरता के साथ कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश:- कलेक्टर श्री भीम सिंह

गंभीरता के साथ कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश:- कलेक्टर श्री भीम सिंह

धमतरी (छत्तीसगढ) —————–कलेक्टर श्री भीम सिंह ने जिले की आंगनबाडि़यों में पूरी गंभीरता के साथ कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नवाजतन के चौथे चरण में विभागीय अमले को ना केवल कुपोषित बच्चों को सामान्य पोषण स्तर में लाने, बल्कि यह भी सुनिश्चित् करने कहा कि सामान्य पोषण स्तर के बच्चे भी सामान्य स्तर पर ही रहें।

कलेक्टोरेट सभा कक्ष में सुबह 11 बजे से आहूत महिला एवं बाल विकास विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने उक्त निर्देश दिए। इसके अलावा निजी स्कूलों में जाने वाले कुपोषित बच्चों को पोषण आहार दिलाने कार्ययोजना बनाने कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को कहा। उन्होंने अपर कलेक्टर श्री आई.एस.अग्रवाल को इस कार्ययोजना को मूर्तरूप देने समन्वय का जिम्मा सौंपा। बैठक में कलेक्टर ने नगरी स्थित 30 फुलवारी केन्द्रों में भी कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें सामान्य पोषण स्तर में लाने पर जोर दिया।

शासन द्वारा इस माह से शुरू किए गए आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान के तहत् हर अधिकारी, चिकित्सक आंगनबाड़ी अथवा कुपोषित बच्चों को गोद लें, इसके लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को आंगनबाडि़यों की सूची उपलब्ध कराने कलेक्टर ने कहा। बताया गया कि अब हर पंचायत में 14 वें वित्त की राशि से लगभग 20 से 30 हजार रूपए आंगनबाडि़यों के लिए रखी गई है।

इससे आंगनबाडि़यों में साबून, किचन में डब्बे, फ्लोरिंग मरम्मत तथा अन्य जरूरी सुविधाओं के लिए सुपरवाइजरों को सूची तैयार करने कहा। जिससे कि आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान के तहत् आंगनबाडि़यों में दी जा रही सुविधाओं को और बेहतर किया जा सके। साथ ही आगामी एक फरवरी से पंचायत कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार देगी, ताकि यह बच्चे सामान्य पोषण स्तर पर आ सकें। कलेक्टर ने आज बैठक में इसकी जानकारी दी। उन्होंने ग्राम पंचायतों को भी यह बताए जाने की बात कही।

कलेक्टर ने नवाजतन के चौथे चरण की शुरूवात में पाए गए कुल गंभीर कुपोषित बच्चे में से अब तक कुपोषण से बाहर आए बच्चों की जानकारी अगली मासिक समीक्षा बैठक में उपलब्ध कराने कहा। सेक्टरवार कुपोषण मुक्ति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने इस अभियान में जो अभिभावक सहयोग नहीं कर रहे, उनकी जानकारी आज ही उपलब्ध कराने कहा। इसके अलावा ऐसे आंगनबाड़ी जहां 30 प्रतिशत् से कम बच्चे कुपोषित हैं, वहां नियमित रूप से चिकित्सक भ्रमण करें, यह सुनिश्चित् करने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कलेक्टर ने निर्देशित किया। ताकि उन केन्द्रों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, साफ-सफाई तथा स्वास्थ्यमूलक योजनाओं का जायजा चिकित्सकों द्वारा लिया जा सके।

इस मौके पर कलेक्टर ने कुरूद स्थित पोषण पुनर्वास केन्द्र में गंदगी और अव्यवस्था के मद्देनजर विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी कुरूद को नोटिस जारी करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। यहां के पोषण पुनर्वास केन्द्र में फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर के खराब काम की शिकायत भी बैठक में मिली। कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताते हुए अगले दस दिनों में दूसरे फीडिंग डेमोंस्ट्रेटर की भर्ती करने को कहा।

संयुक्त कलेक्टर श्री धृतलहरे को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् चिरायु दलों द्वारा दूसरे चरण में किए जा रहे स्वास्थ्य परीक्षण की समीक्षा बैठक में की गई। बताया गया कि दलों द्वारा दूसरे चरण में 85 प्रतिशत् आंगनबाडि़यों और 59 प्रतिशत् स्कूलों में भ्रमण कर लिया गया है।

कलेक्टर ने सही तरीके से फॉलोअप करने के निर्देश चिरायु दल को दिए। उन्होंने स्कूल, आंगनबाड़ीवार उपचारित किए गए बच्चों की सूची भी मांगी। इसके अलावा यह सुनिश्चित् करने कहा कि एक नवंबर से हर स्कूल का एक और आंगनबाड़ी का कम से कम दो बार चिरायु दल द्वारा भ्रमण कर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। कलेक्टर ने चिरायु दलों को पूरी गंभीरता के साथ बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचारित किए जाने वाले बच्चों की सूची संबंधित परियोजना अधिकारी को देने कहा।

इसके अलावा बैठक में संस्थागत प्रसव और टीकाकरण शत्-प्रतिशत हो, यह सुनिश्चित् करने महिला एवं बाल विकास के अमले को कहा। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत् सूखा प्रभावित किसानों को इस साल उनकी पुत्री की विवाह के लिए सहयोग राशि 30 हजार रूपए किए जाने का व्यापक प्रचार-प्रसार मैदानी स्तर पर करने कहा। जिससे कि अधिक से अधिक सूखा प्रभावित किसान इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का नोडल अधिकारी परियोजना अधिकारियों को बनाया गया है।

आंगनबाडि़यों में आने वाले बच्चों के आधार पंजीयन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सभी बच्चों का आधार पंजीयन सुनिश्चित् करने तथा अगले 10 दिनों में जिन बच्चों का पंजीयन नहीं हुआ, उनकी सूची उपलब्ध कराने सभी सुपरवाइजर को कहा, ताकि कार्ययोजना बनाकर इन बच्चों का पंजीयन की व्यवस्था की जा सके।

उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि आगामी 26 जनवरी को जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में ऐसे सभी सरपंच और कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने का प्रस्ताव दें, जिनके सहयोग से ग्राम पंचायत 80 प्रतिशत् कुपोषण मुक्त हुई है। बैठक के अंत में कलेक्टर ने विभागीय अमले को कुपोषण के खिलाफ पूरी गंभीरता के साथ अभियान चलाने कहा।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply