- December 12, 2015
जेल में कौशल विकास प्रशिक्षण :- कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी
उत्तर बस्तर – कांकेर जिला जेल में विभिन्न अपराधों में बंद कैदियों की सोच में परिवर्तन और उनमें व्यावसायिक कौशल का विकास कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने सकारात्मक कोशिश की जा रही है। कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी द्वारा आज जिला जेल में किया गया कौशल विकास प्रशिक्षण का शुभारंभ इसी का एक हिस्सा है।
कलेक्टन ने आज जिला जेल कांकेर में 26 कैदियों को राजमिस्त्री और 24 कैदियों के लिए माली प्रशिक्षण का शुभारंभ किया । इसके पूर्व जिला जेल में महिला कैदियों के लिए केलीग्राफी और क्राफ्ट प्रशिक्षण शुरू किया जा चुका है।
कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण देने के पीछे जिला प्रशासन का उद्देश्य कैदियों के जेल से छूटने के बाद विभिन्न व्यावसायों से जोड़ना है। ताकि वे अपने पिछले जीवन को भूलकर आर्थिक गतिविधियों से संलग्न होकर सामान्य जीवन जी सकें। साथ ही उनकी सोंच में परिवर्तन हो सके। आज कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी ने प्रशिक्षण के शुभारंभ पर प्रशिक्षार्थी कैदियों को संबंधित करते हुए कहा कि वे उक्त दोनो ट्रेडों में लगन मेहनत से प्रशिक्षण प्राप्त करें और जेल से छुटने के बाद अपने कौशल का सदुपयोग स्वयं तथा परिवार की बेहतरी के लिए करें। तीन माह के प्रशिक्षण के बाद इन कैदियों को जिला कौशल उन्नयन प्रॉधिकरण द्वारा प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाएगा। कलेक्टर ने व्हीटीपी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, उद्यानिकी विभाग को निर्देशित कर कहा कि वे उक्त ट्रेडों में कैदियों को नियमित और गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण दें।
मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण की तैयारी –
जेल अधीक्षक श्री पाण्डे ने बताया कि जिला जेल में 35 कैदियों को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देने शेड का निर्माण किया जा रहा है। जिला जेल कांकेर में जिला कौशल उन्नयन के तहत विभिन्न व्यावसायों में प्रशिक्षण प्राप्त कैदियों को एक बेहतर माहौल और सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। प्रशासन की इस पहल से विभिन्न अपराधों में बंद कैदियों की सोच अब अपराधवृत्ति से हटकर व्यावसायिक सोंच विकसित करने में सफलता हासिल होगी।
प्रशिक्षण शुभारंभ के अवसर पर जेल अधीक्षक श्री खोमेश मण्डावी, जेलर श्री एल.के.पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री सुधाकर, सहायक संचालक उद्यान आदि उपस्थित थे।