- December 2, 2015
वे आगे बढ़े, सुविधाओं की चिंता न कर सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। थोड़ी सी सुविधाएँ मिलने पर प्रदेश के खिलाड़ी आसमाँ छू सकते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों का आव्हान किया कि वे आगे बढ़े, सुविधाओं की चिंता न कर सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दें। राज्य सरकार उन्हें पूरी सुविधाएँ उपलब्ध करवायेगी। श्री चौहान तात्या टोपे स्टेडियम में मध्यप्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2015 में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि खेल न सिर्फ अच्छा स्वास्थ्य देते हैं बल्कि गर्व की अनुभूति भी कराते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में खेल प्रतिभाओं की स्वीकार्यता ही सबसे बड़ा पुरस्कार है। उन्होंने कहा कि खेल आनंद देते हैं। खेलों के माध्यम से देश और प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाना बड़ी बात है।
मुख्यमंत्री ने प्रतिष्ठित एकलव्य पुरस्कार, विक्रम और विश्वामित्र पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने गत वर्ष के विक्रम पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों को शासकीय नौकरी का नियुक्ति पत्र भी सौंपा। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों की उपलब्धियों से यह विश्वास और पक्का हो गया है कि आगामी ओलम्पिक में भी हमारा नाम होगा।
खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि पिछले पाँच-छह साल में ही मध्यप्रदेश ने देश को 24 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिये हैं। उन्होंने कहा कि 2016 रियो ओलम्पिक की भारतीय महिला हाकी टीम में मध्यप्रदेश की महिला हाकी अकादमी की छह बेटियों का चयन हुआ है। उन्होंने कहा कि मिशन ओलम्पिक 2020 का पहला पड़ाव हासिल हो गया है।
बेडमिंटन खिलाडी श्री पुलेला गोपीचंद पदमभूषण ने मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश खेलों को बढ़ावा देने वाले इक्का-दुक्का राज्यों में हैं। उन्होंने कहा कि खेलों की दुनिया में अब अन्य राज्यों के लोग भी मध्यप्रदेश की सराहना करते हैं। उन्होंने खेलों को प्रोत्साहन देने के मामले में मध्यप्रदेश को चमकता उदाहरण बताया।
खेल संचालक श्री उपेन्द्र जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खेलों को बढ़ावा देने के लिये बजट 40 गुना बढ़ा दिया है। वर्ष 2004 में प्रदेश का खेल बजट मात्र 4 करोड़ था, जो आज 200 करोड़ हो गया है। कार्यक्रम में सचिव खेल श्री सचिन सिन्हा, मध्यप्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री रमेश मेंदोला, पुरस्कृत खिलाड़ियों के परिजन एवं बड़ी संख्या में खेलप्रेमी उपस्थित थे।
इन्हें मिला सम्मान
एकलव्य – कीर्ति केवट (कयाकिंग-केनोइं) खरगोन, अरूंधती शर्मा (सॉफ्ट टेनिस) भोपाल, मनीष बारस्कर, (वुशू) भोपाल, प्रियांशु पांडे (शूटिंग) भोपाल, शुभम् उपाध्याय (तैराकी) इन्दौर, प्रणय खरे (घुड़सवारी) भोपाल, विशाल ठाकुर (सेलिंग) भोपाल, सुषमा सरयाम (कुश्ती) भोपाल, अनिल रजक (ताइक्वांडो) मुरैना, सरिता तोमर (बॉक्सिंग) भोपाल, मो. आवेश खान (क्रिकेट) इन्दौर, पूजा पारेख (सॉफ्टबाल) इन्दौर, नेहा और करिश्मा यादव संयुक्त (हॉकी) ग्वालियर और कृतिका चौहान (रोल बॉल) इन्दौर।
विक्रम अवार्ड– अंजली वशिष्ठ (कयाकिंग-केनोइंग) भोपाल, वर्षा वर्मन (शूटिंग) भोपाल, रिया डेविड (सॉफ्ट टेनिस) भोपाल, अजय यादव (कराते) ग्वालियर, अंकित रैकवार (वूशु) जबलपुर, रोहित इमोलिया (तैराकी) इन्दौर, सविता पारेख (सॉफ्टबाल) इन्दौर, अमी कमानी (स्नूकर) इन्दौर और गौरव मुछाल (बेडमिंटन) नि:शक्तजन इन्दौर ।
विश्वामित्र पुरस्कार – सुनील केवट (कयाकिंग-केनोइंग) भोपाल, मोहन शाक्य (रोइंग) भोपाल और सचिन कस्तूरे (सॉफ्टबॉल) इन्दौर । श्री चिन्तामण कश्यप, जबलपुर को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार तथा श्री हर्ष यादव उज्जैन को स्व. प्रभाष जोशी स्मृति में मलखंभ खेल के लिये सम्मानित किया गया।