92 हजार आँगनवाड़ी केन्द्र बेहतर और आकर्षक

92 हजार आँगनवाड़ी केन्द्र  बेहतर और आकर्षक

प्रदेश की 92 हजार से अधिक आँगनवाड़ी को बेहतर, आकर्षक और सुदृढ़ बनाने के लिए दो माह विशेष अभियान चलाया जाएगा। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने बताया कि यह अभियान 20 दिसम्बर 2014 से शुरू होगा और 20 फरवरी 2015 को समाप्त होगा।

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि बच्चों और धात्री माताओं को आँगनवाड़ी केन्द्रों में बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। विभाग ने इसके लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इन केन्द्र के जरिए 73 लाख से अधिक बच्चे और धात्री माताएँ लाभान्वित हो रही हैं।

अभियान में पूर्व से निर्मित आँगनवाड़ी केन्द्र में जहाँ आवश्यकता है वहाँ सुधार कार्य किए जायेंगे। इसके लिए स्थानीय स्तर पर शासकीय और निजी सहयोग के तौर पर राशि की व्यवस्था की जाएगी। जरूरत पड़ने पर प्रस्ताव आने पर विभाग द्वारा राशि दी जाएगी। निर्देशों में कहा गया है कि जहाँ आँगनवाड़ी निजी भवन में लग रही हैं वहाँ शासकीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष उपलब्ध हैं तो केन्द्र को वहाँ स्थानांतरित किया जाए। उपलब्ध न होने पर शहरी क्षेत्र में 3000 और ग्रामीण क्षेत्र में 750 रुपये किराए पर ऐसा भवन लिया जाएगा, जो स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में हो और उसमें बच्चों के बैठने का पर्याप्त स्थान हो।

आयुक्त एकीकृत बाल विकास श्रीमती पुष्पलता सिंह ने विभाग के मैदानी अमले को भेजे निर्देश में कहा है कि जहाँ आँगनवाड़ी भवन का निर्माण और विकास होना है उसके लिए स्थानीय निकाय, कंपनी और दानदाताओं से सहयोग लिया जाए। केन्द्र में किचिन गार्डन भी विकसित करने को कहा गया है जहाँ सब्जी आदि लगाई जा सके। केन्द्र में पुताई, बाउण्ड्री वॉल, नाम-पट्टिका, केन्द्र की जानकारी की पट्टिका लगाने के निर्देश दिए गए। जिन आँगनवाड़ी में हेंडपंप चालू नहीं है उन्हें सुधरवाने और न होने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से खनन करवाने को कहा गया है।

निर्देश में आँगनवाड़ी केन्द्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करने और शुद्ध पेयजल के लिए वाटर फिल्टर एवं बैठने के लिए दरी की व्यवस्था करने को कहा गया है। जहाँ नवनिर्मित केन्द्र तैयार हैं उनका शुभारंभ स्थानीय सांसद या विधायक से करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

मनोज पाठक

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