- March 30, 2018
69 वां राजस्थान स्थापना दिवस’—राजस्थानी नृत्य एवं गायन ने समा बांधा
जयपुर————– राजस्थान स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार 29 मार्च को सायं नई दिल्ली के पृथ्वीराज रोड स्थित राजस्थान हाउस में आवासीय आयुक्त कार्यालय और पर्यटन विभाग के सौजन्य से राजस्थान दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री विजय गोयल तथा केन्द्रीय विधि और न्याय एवं कॉरपोरेट राज्यमंत्री श्री पी पी चौधरी उपस्थित थे। समारोह में बाड़मेर से आये भुगर खान मांगणियार एवं साथी लोक कलाकारों ने डेजर्ट सिम्फनी का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कलाकारों ने लोकगीतों के साथ राजस्थानी नृत्य एवं गायन की मनभावन प्रस्तुतियां से दर्शकों का मन मोह लिया।
प्रारम्भ में राज्य की प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया। उनके साथ अतिरिक्त आवासीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह व श्री विमल शर्मा तथा पर्यटन विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ. गुंजीत कौर ने भी मेहमानों की अगवानी की।
स्वागत द्वार पर बीकानेर से आये श्री अंग्रेज सिंह एवं साथियो ने मुश्क वादन से स्वागत धुन छेड़ी। इस मौके पर केंद्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारीगण, प्रवासी राजस्थानी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण और अन्य विशिष्टजन भी मौजूद थे।
राजस्थान दिवस पर दिल्ली और जयपुर में भव्य समारोह
राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय राजधानीें नई दिल्ली,प्रदेश की राजधानी जयपुर, राज्य के सभी 33 जिलों के साथ ही देश के विभिन्न स्थानों पर भी बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
दिल्ली के हिंदी भवन में अप्रवासी राजस्थानियों की प्रतिनिधि संस्था राजस्थान संस्था संघ द्वारा राजस्थान दिवस का भव्य आयोजन किया गया ।
उल्लेखनीय है कि भौगोलिक दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान आज 30 मार्च को अपनी स्थापना की 68 वी वर्षगाँठ मना रहा है। 30 मार्च,1949 को वृहत राजस्थान के गठन के साथ ही देश के तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जयपुर में आयोजित भव्य समारोह में औपचारिक रूप से राजस्थान राज्य की स्थापना की घोषणा की थी।
कभी राजपुताना के नाम से विख्यात राजस्थान के गठन की कहानी बहुत दिलचस्प है। राजा- महाराजाओं की धरती के रूप में विख्यात यह विशाल प्रदेश पहले 19 रियासतों और 3 ठिकानों और एक केंद्र शासित प्रदेश में बंटा हुआ था।
छोटी बड़ी 22 रियासतों में विभाजित राजस्थान का गठन सात चरणों मे पूरा हुआ।
पुर्नगठित राजस्थान के गठन में 18 वर्ष लगे। 17 मार्च, 1948 को मत्स्य संघ के गठन के साथ शुरू हुई यह प्रक्रिया 30 मार्च,1949 को सरदार वल्लभभाई पटेल की मौजूदगी में ओपचारिक रूप से राजस्थान प्रदेश की स्थापना की घोषणा के साथ सम्पन्न हुई।
कालान्तर में 01 नवम्बर 1956 को अजमेर और माउन्ट आबू के राजस्थान में शामिल होने के साथ राजस्थान के पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी हुई।