69वीं सालगिरह पर राष्ट्र को संबोधन :- स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि प्रणाम : 6500 करोड़ काले धन का खुलासा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

69वीं सालगिरह पर राष्ट्र को संबोधन :- स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि प्रणाम : 6500 करोड़ काले धन का खुलासा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली  –   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  आजादी की 69वीं सालगिरह पर राष्ट्र को संबोधन :-

पीएम ने अपने भाषण में जनधन योजना, श्रमेव जयते योजना, क्लीन इंडिया जैसी योजनाओं का जिक्र किया। मोदी ने डायरेक्ट गैस सब्सिडी का भी जिक्र किया। मोदी ने भ्रष्टाचार को दीमक बताते हुए इससे देश को मुक्त करने की बात कही :PMredfort

–  युवाओं को प्रोत्साहित करना होगा।

– 18500 गांव ऐसे है जहां बिजली का तार नहीं पहुंचा है। आजादी के विकास की किरण 18500 गांवों नही पहुंचती है। अगर पुराने तरीके से चलते रहे तो 10 साल और लग जाएंगे। देश 10 साल इंतजार करने के लिए तैयार नहीं।

-टीम इंडिया का संकल्प है कि 1000 दिनों के अंदर  इसे पूरा कीजिए।

संकल्प करता हूं कि राज्यों के सहयोग से 1000 दिनों में बिजली पहुंचेगी।

-बारिश कम होने से किसान परेशान , उपजाउ कम हो रही है। हमने 50 हजार करोड़ पीएम किसान सिंचाई योजना के लिए लगाने  की योजना बनाई है। अब हमने 35 फीसदी पर मदद दी जा रही है।

-हिंदुस्तान तब आगे बढ़ेगा जब पूर्वी भारत ताकतवर हो। बिहार, पूर्वी यूपी, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा को ताकतवर बनाना है।

-हमने नई यूरिया नीति बनाई और उसका परिणाम है कि पूर्व से जुड़े हुए कारखानों को जीवित करने का काम कर रहे हैं।

-देश में सेना के जवानों के लिए जितना महत्व है, उतना ही किसानों का। कृषि मंत्रालय का जितना महत्व उतना ही किसान कल्याण का महत्व है।modi_lal1

-काले धन को वापस लाने के लिए हमने पहले दिन से ही काम शुरू कर दिया, एक हफ्ते के अंदर एसआईटी का गठन किया जिसमें काम जारी है।

– काले धन को लेकर हमने एक कठोर कानून बना दिया ।

– रोज हमें कोई न कोई फोन करके कहता है कि इतना कठोर कानून क्यों बना दिया, लेकिन बीमारी इतनी भयंकर है कि इसके लिए कड़ी दवाई देनी पड़ी।

– G-20 में मैंने यूएस के साथ मिलकर काले धन को वापस लाने के लिए काम किया है।

– कानून में 6500 करोड़ काले धन का खुलासा हुआ है।

– मुझ पर एफ़एम नीलामी न करने के लिए बहुत दबाव डाला गया।सरकार को 15 महीने हो गए सत्ता में आए, लेकिन भ्रष्टाचार का कोई भी मुकदमा सरकार की खिलाफ नहीं आया।

– मैं कोयले की बात करूंगा तो अब  3 लाख करोड़ रुपया देश के खजाने में आया।

– मैंने कभी  ये घोषणा नहीं की है पर आज मैं हिसाब देना चाहता हूं कि देश भ्रष्टाचार से मुक्त हो सकता है। अनुभव के आधार पर कह रहा हूं। ऊपर से शुरू होना पड़ता है।

भ्रष्टाचार दीमक की तरह होती है, जब फैल जाता है तब पता चल जाता है। फिर हर स्केवेयर मीटर पर हर महीने इंजेक्शन लगाना पड़ता है। इतने बड़े देश में भी अनेक प्रकार के प्रयासों की आवश्कता है।

-अगर मैं ये कहता कि मैं एलपीजी सब्सिडी के 15000 करोड़ की गैस सब्सिडी बंद करने वाला हूं तो सब लिखते कि ये कैसा आदमी है। हमने व्यवस्था में सुधार किया है।

सब्सिडी का करीब 15000 करोड़ रुपये हर साल जो चोरी होती वो देशवासियों को जाता है।

गरीबों के पैसे लूटने वालों की इजाजत नहीं है। क्या ये काम भ्रष्टाचार के खिलाफ काम नहीं है।  आज मैं गर्व से कहता हूं कि 20 लाख लोगो ने गैस सब्सिडी छोड़ दी है।

ये 20 लाख कोई अमीर घराने के नहीं हैं, मध्यमवर्गीय लोग हैं। काम सही दिशा में करने से परिणाम मिलता है।

-श्रमिकों के सम्मान और गौरव हम सबका संकल्प होना चाहिए। इसलिए हमने इन असंगठित मजदूरों के लिए एक खास पहचान पत्र दिए जाने का फैसला लिया जिससे उन्हें बहुत सी स्कीम का लाभ मिलेगा। श्रमेव जयते योजना हमने आरंभ की है ताकि इनकी ओर देखने का नजरिया बदले। 27 हज़ार करोड़ रुपया इन मजदूरों को लौटाने का संकल्प हमने लिया है।

-पूरे देश के विद्यालयों में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाने का काम बेहद मुश्किल था लेकिन टीम इंडिया ने तिरंगे का मान रखा। करीब करीब सभी विद्यालयों में ऐसा काम शुरू हो गया है।

– गरीब के सुरक्षा कवच के लिए हमने एक माह में एक रुपया और 12 महीनों में 12 रुपए से अपने देश के गरीबों को सुरक्षित किया है प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत।

कौन सी सरकार योजना नहीं  बनाती, लेकिन उसे लागू करना सबसे अहम है।

– एक वर्ष के बाद मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि एक साल में टीम इंडिया नए विश्वास और सामर्थ्य के साथ एक साथ जुट गए।

– हम सोचते थे कि करेंगे, करना है, कर सकते हैं। हमने कहा हमें करना है और समय सीमा के अंदर काम किया। 15 करोड़ नए बैंक खाते खुलवाए जनधन योजना के तहत,और बिना पैसे लिए खुलवाए।

-मेरे देश ने गरीबों की अमीरी को देखा है। क्योंकि ज़ीरो बैलेन्स अकाउंट होने के बावजूद भी उस खाते में 20 हज़ार करोड़ उन खातो में डलवाए।

-हमारे यहां नए बैंक की शाखा खुल जाए तो लगता है विकास हुआ है, क्योंकि विकास को नापने का पैमाना यही है।

— – मेरे साथियों बैंक की शाखा खोलना कठिन नहीं है, मुश्किल है 17 करोड़ लोगों को बैंक के दरवाजे तक लाना।

-देश का कोई भी इंसान गरीबी में नहीं जीना चाहता, और शासन ऐसे हो की कैसे  वो गरीबो के लिए उपयोगी हो।

-125 करोड़ लोगों की भागीदारी होगी तो देश हर पल 125 कदम आगे बढ़ेगा

-हमें सिर्फ विकास पर ध्यान देना होगा

-एकता बिखरने से सपने चूर-चूर हो जाते हैं

-सांप्रदायिकतावाद का जूनुन, जातिवाद के जहर को नहीं पनपने देना है

-इस पूंजी पर दाग नहीं लगना चाहिए

-एकता और सफलता भारत की पूंजी, शक्ति

-सिर कटवाए, जेल गए लेकिन संकल्प नहीं छोड़ा

-125 करोड़ देशवासियों का सवेरा

-15 अगस्त का सवेरा मामूली नहीं, स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि प्रणाम

 

 

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