- June 23, 2018
680 दिव्यांगजनों को मिले सहायक उपकरण—दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं—मंत्री श्री थावरचन्द गहलोत
जयपुर ————– केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गहलोत ने कहा कि दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं है। सरकार ने इन्हें शैक्षणिक व खेल सुविधाओं के विस्तार के साथ आर्थिक रूप से सशक्तिकरण के लिए भी अनेक योजनाओं का सूत्रपात किया है।
केन्द्रीय मंत्री शनिवार को एडिप योजना के तहत कोटा के छप्पनभोग परिसर में आयोजित कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के दिव्यांगजनों के निशुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह में उपस्थित जनसमुह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग जन अनेक विषमताओं से पीडित रहते हैं। इनकी सहायता करना एवं मुख्यधारा में लाना हमारी परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाओं का सूत्रपात किया है जिनसे आज शिक्षा, खेल एवं देश सेवा के विभिन्न क्षेत्रों मंं आज दिव्यांगजन अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दिव्यांग जनों की 21 श्रेणियां बनाकर 4 सालों में सहायक उपकरण वितरण में भी विश्व कीर्तिमान बनाऎ है। 1273 मूक बधिर दिव्यागों के उपचार हेतु छः-छः लाख रू की सहायता उपलब्ध कराई गई है।
6 लाख दिव्यागों को अनुदान देकर मोटराईज्ड ट्राई साइकिल उपलब्ध कराई गई है। दिव्यांगजनों का राष्ट्रीय पहचान कार्ड बनाने का कार्य भी किया गया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार दिव्यांगजनों की सोच बदलने का कार्य भी कर रही है। आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विकास निगम के माध्यम से 17 ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
देशभर में 5 स्थानों पर राष्ट्रीय स्तर के दिव्यांग खेल संकुल बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में 7200 शिविर लगाकर 11.50 लाख दिव्यांगों को 625 करोड़ के सहायक उपकरण अब तक प्रदान कर दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों को राजकीय सेवाओं में 4 प्रतिशत आरक्षण केन्द्र द्वारा दिया जा चुका है, राज्य स्तरीय सेवाओं के लिए भी प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि दिव्यागजनों के शैक्षणिक उन्ययन के लिए 500 आवास क्षमता के छात्रावास बनाये जा रहे हैं जिसमें 90 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार उपलब्ध कराती है, यदि कोटा से प्रस्ताव जायेगा तो उसपर सकारात्मकता से विचार किया जायेगा।
सरकार ने किया सभी वर्गो का उत्थान-गृहमंत्री
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि सरकार सभी वर्गो के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। दिव्यांगजनों को समाज में सम्मानजनक जीवन के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने आर्थिक संबलन की योजनाएं चलाई वहीं शिविरों के माध्यम से उपकरण प्रदान कर आत्म निर्भर बनाया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग आज देश के विकास में भागीदार बन रहे हैं, आत्मसम्मान जागा है यह योजनाओं के सही क्रियान्यवन के कारण संभव हुआ है।
विशिष्ठ अतिथि सांसद श्री ओम बिरला ने कहा कि दिव्यांगजन की जिन्दगी बदलने के लिए वे कृत संकल्प हैं। सहायक उपकरण प्रदान कर आर्थिक रूप से भी चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेगें।
उन्होंने कहा कि 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगों को पात्रता के आधार पर पुनः प्रमाणपत्र बनवाकर सहायक उपकरण भी प्रदान किये जायेगें। उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र में कोई भी दिव्यांग सुविधाओं से वंचित नहीं रहे इसके लिए सांसद कोष का एक करोड़ सुरक्षित रखा गया है।
विधायकगणों से भी उन्होंने सहायक उपकरण प्रदान करने राशि उपलब्ध कराने का आव्हान किया।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को स्वावलम्बी बनाने लिए मुद्रा योजना में भी ऋण प्रदान करने का प्रयास किया जायेगा। विधायक भवानीसिंह राजावत, श्रीमती चन्द्रकांता मेघवाल, संदीप शर्मा, हीरालाल नागर ने भी विधायक कोष से सहायक उपकरण प्रदान करने की घोषण की।
इस अवसर पर कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के 580 दिव्यांगजनों को अतिथियों द्वारा सहायक उपकरण प्रदान किये गये। जिनमें ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, श्रवणयंत्र, अस्सिटेंट टू टेली लिविंग किट, ब्रेल स्लेट, सीपी चेयर, बैसाखी, स्मार्ट कैन एवं वाकिंग स्टीक उपलब्ध कराई गई।