- May 4, 2018
54 गौवंश मुक्त
प्रतापगढ (हिमांशू त्रिवेदी)——– राज्य सरकार के निर्देशन पर जिला कलेक्टर महोदय प्रतापगढ एवं पुलिस अधीक्षक महोदय शिवलाल मीणा के निर्देशन पर सी.आई साहब बाबूलाल मुरारिया ने गौवंश तस्करी रोकने के लिये पुलिस टीम का गठन कर नाके बन्दी के निर्देश दिये। बगवास गांव के यहां एक ट्रक से 54 गौवंश को मुक्त कराया।
पशुक्रुरता निवारण समिति के कार्यकारी सचिव रमेशचन्द्र शर्मा एवं सदस्य अभिभाषक सचिन पटवा को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि रात्रि में छोटीसादडी की तरफ से गौवंश से भरा हुआ ट्रक प्रतापगढ होकर बांसवाडा होते हुए गुजरात कत्लखाने ले जाया जावेगा।
इस पर उन्होनें थाना प्रभारी प्रतापगढ बाबूलाल मुरारिया को मुखबिर की सूचना से अवगत कराया जिस पर उन्होनें रात्रि गश्त प्रभारी भरतलाल गुर्जर ए एस आई पारस कुमार शर्मा, हैड कांस्टेबल राजपालसिंह, ओमवीरसिंह, सोहनलाल को नाकेबन्दी के निर्देश दिये। पुलिस एवं गौरक्षको द्वारा बगवास गांव में नाकेबन्दी की जा रही थी रात्रि में करीब 3.00 बजे करीब छोटी सादडी की तरफ से ट्रक नम्बर आर जे 27 जी ए 2878 आया जिसमें गौवंश होने की शंका होने पर पुलिस ने ट्रक को रूकवाकर तलाशी ली तो ट्रक में गौवंश भरा हुआ था ट्रक से तीन व्यक्ति नीचे उतरे जो अपने नाम आजाद खां, सलीम खां एवं बाबू खां बता रहे थे एवं एक दूसरे को भागने का संकेत देकर मौके से अंधेरे में भाग गये पुलिस को ट्रक में से दो सीम वाला मोबाईल मिला जो गौवंश तस्करी में लिप्त व्यक्तियो के बारें मंे उसमें पुरी डिटेल थी।
पुलिस ने गौरक्षको के सहयोग से कांठल गौशाला प्रतापगढ में गौवंश को ट्रक से नीचे उतरवाया ट्रक में कुल 54 गौवंश को निर्दयता पूर्वक ठूस ठूस कर उनके पैरो में रस्सीया बांधकर भर रखे थे जिसमें काफी गौवंश घायल अवस्था में होकर उनके शरीर पर चोटो के निशान थे जिनको मौके पर पशु चिकित्सक लक्ष्मीलाल राठौड एवं काईन हाउस प्रभारी दिलीप तिवारी ने गौवंश को गौरक्षको के साथ गौशाला में उतरवाने में महत्वपूर्ण कार्य किया।
पुलिस ने राजस्थान गौवंश अधिनियम एवं पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया एवं आरोपी के मोबाईल व ट्रक को जप्त किया। उक्त आरोपीयों में धोलापानी छोटीसादडी के बहूचर्चित प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी आजाद खां भी गौवंश तस्करी में शामिल था जो मौके से भाग गया।
वाहन स्वामी द्वारा ट्रक को गौवंश तस्करी के लिये विशेष रूप से निर्मित कर रखा था जिसमें दो पार्टिशन निर्मित किये हुए थे एवं ट्रक में एक एग्जेस्ट फेन लगा हुआ था एवं इस ट्रक का उपयोग गौवंश तस्करी के लिये ही काफी समय से किया जा रहा था। पुलिस ने वाहन स्वामी के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान प्रारम्भ किया हैं। पुलिस की सक्रियता से 54 गौवंश के प्राण बचे हैं।
रमेशचन्द्र शर्मा
मो.नं. 9414396845