• December 29, 2015

53 हजार बूथ पर पिलाई जाएगी “दो बूंद जिंदगी की”

53 हजार बूथ पर पिलाई जाएगी “दो बूंद जिंदगी की”

जयपुर – प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान के तहत 17 जनवरी व 21 फरवरी को 5 वर्ष तक की आयु के अनुमानित एक करोड़ 13 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी जायेगी। इन बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने के लिए 53 हजार 771 पोलियो बूथ स्थापित किये जा रहे है।
शासन सचिव प्राथमिक शिक्षा श्री कुंजीलाल मीणा एवं मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित पल्स पोलियो के संबंध में गठित राज्य स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक में पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में शत-प्रतिशत अनुमानित बच्चों को पोलियो खुराक पिलाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। प्रदेश में कुल एक लाख 49 हजार 896 कर्मचारियों तथा पर्यवेक्षण के लिये कुल 8 हजार 365 पर्यवेक्षक तैनात किये जायेंगे।
श्री मीणा ने बताया कि प्रदेश के सभी राजकीय शिक्षण संस्थानों के अध्यापकगण पल्स पोलियो अभियान में सक्रिय सहभागिता करेंगे। पोलियो खुराक पिलाने के लिए 77 हजार 794 टीमें घरों में जाकर साथ ही 2 हजार 197 ट्रांजिट टीम एवं 3 हजार 513 मोबाईल टीम बनाई जायेगी। निर्धारित तिथि को पोलियो बूथ पर नहीं आ पाने वाले बच्चों के लिए आगामी दो दिनों तक घर-घर जाकर पोलियो खुराक पिलाने की व्यवस्था की गयी है।
मिशन निदेशक एनएचएम ने बताया कि पोलियो खुराक पिलाने के अभियान में शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित संबंधित विभागों तथा डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, निपी व रोटरी इंटरनेशनल सहित अन्य स्वयंसेवी संस्थााओं का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि देश में 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल में अंतिम मामला सामने आया था। निर्धारित प्रावधानों के अनुसार 13 जनवरी 2014 तक पोलियो का एक भी प्रकरण सामने नहीं आने पर इसे पोलियो मुक्त घोषित कर दिया जायेगा।
श्री जैन ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं नाइजीरिया में पोलियो के प्रकरणों को दृष्टिगत रखते हुये प्रदेश की अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर वर्ष पर्यन्त पल्स पोलियो का अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी प्रकार ऊर्स के दौरान अजमेर में आने वाले जायरीनों एवं स्थानीय बच्चों का पोलियो टीकाकरण किया जा रहा है।
बैठक में उपपरिवहन आयुक्त श्री बीएल मीणा, निदेशक आरसीएच डॉ वी के माथुर, उप सचिव पंचायती राज श्री गिरिश पाराशर, सहायक निदेशक आईसीडीएस श्री महेश शर्मा, परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ एस के गर्ग, राज्य शीत श्रृंखला अधिकारी श्री गोविन्द गुप्ता, डब्ल्यूएचओ के डॉ जी के सोनी, यूनिसेफ के डॉ अनिल अग्रवाल, डॉ आर पी जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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