- July 21, 2015
46वें भारतीय श्रम सम्मलेन का उद्घाटन – प्रधानमंत्री
जयपुर – श्रम, नियोजन राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र पाल सिंह टी.टी. ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि भामाशाह कार्ड को असंगठित श्रमिकों के प्रयोजनार्थ मान्य किया जाना चाहिए।
श्री टी.टी. ने सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटित दो दिवसीय 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन के अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार ने 15 अगस्त, 2014 से राज्य के एक करोड़ से भी अधिक परिवारों को पहचान, वित्तीय समावेश तथा विभिन्न योजनाओं के हित लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी भामाशाह योजना लागू की है। श्री टी.टी. ने बताया कि भामाशाह कार्ड एवं असंगठित श्रमिक सामाजिक सुरक्षा कार्ड के उद्देश्यों में समानता है। अत: भामाशाह कार्ड को असंगठित श्रमिकों के लिए मान्य किए जाने में कोई कठिनाई नही होनी चाहिए।
श्रम सुधारों में राजस्थान अग्रणी
श्री टी.टी. ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की सुधारवादी सोच के फलस्वरूप राजस्थान श्रम सुधारों के मामले में आज देश का अग्रणी प्रदेश बन कर उभरा है। राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 ठेका श्रम अधिनियम, 1970 कारखाना अधिनियम, 1947 एवं अप्रेन्टिसशिप अधिनियम, 1961 में संशोधित करवा उन्हें श्रमिकों के लिए अनुकूल बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा किए गये श्रम सुधारों की पूरे देश में प्रशांसा हुई है तथा केन्द्र सरकार ने भी इसी तर्ज पर श्रम सुधारों के लिए प्रभावी कदम उठाये है।
श्री टी.टी. ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लागू किए गये श्रम सुधार कानूनों की श्रमिक जगत के साथ ही उनके संगठनों एवं औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों द्वारा सराहना की गई है। उन्होंने श्रमिक हितों के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये इन क्रांतिकारी कदमों से प्रदेश में आगामी नवम्बर माह में आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान पाटर्नरशिप समिट में प्रदेश में पूंजी निवेश को बढ़ावा मिलने के लिए आदर्श वातावरण बनाने की दिशा में एक अच्छी पहल बताया।
सम्मेलन में राजस्थान के श्रम सचिव श्री रजत कुमार मिश्रा और श्रम विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी भाग ले रहे है।