- August 4, 2015
4 लाख मीट्रिक टन सायलो भण्डारण क्षमता विकसित
प्रदेश में अनाज भण्डारण में होने वाली हानि को नगण्य करने के साथ भण्डारण क्षमता का विस्तार करने पिछले 3 वर्ष से भण्डारण की आधुनिक तकनीक स्टील सायलो के निर्माण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिये निजी निवेशकों को 10 वर्ष की भण्डारण की गारंटी भी राज्य शासन द्वारा दी गयी है। प्रदेश में अब तक 4 लाख मीट्रिक टन सायलो भण्डारण क्षमता विकसित की जा चुकी है।
प्रदेश के 6 स्थान भोपाल, इंदौर, सीहोर, देवास, उज्जैन और विदिशा में स्टील सायलो का निर्माण पूरा किया जा चुका है। तीन अन्य स्थान सतना, हरदा और होशंगाबाद में स्टील सायलो का निर्माण पूर्ण होने की स्थिति में है। निजी निवेशकों ने प्रदेश में 9 स्थान पर लगभग 270 करोड़ रुपये का निवेश किया है। स्टील सायलो में भण्डारित अनाज 3 साल की अवधि के लिये सुरक्षित रखा जा सकता है। स्टील सायलो में बगैर बारदाने के अनाज का भण्डारण किये जाने की व्यवस्था रहती है, जिससे बारदाने के मूल्य की भी बचत होती है।