• November 14, 2018

38वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला— बिहार की नायाब हस्तकलाओं की झलकियां

38वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला— बिहार की नायाब हस्तकलाओं की झलकियां

38वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में “रूरल इंटरप्राइजेज ऑफ इंडिया” के थीम पर दिखी बिहार की नायाब हस्तकलाओं की झलकियां
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नई दिल्लीः ———- दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर 2018 तक आयोजित होने वाले 38वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का आज रंगारंग शुभारंभ हुआ। बिहार मंडप को इस बार आई.टी.पी.ओ. द्वारा इस वर्ष मेले की थीम ‘‘रूरल इंटरप्राइजेज ऑफ इंडिया” के अनुरुप नायाब रूप दिया गया है।

इस मौके पर पहले ही दिन से बिहार पवेलियन ने लोगों का मन मोह लिया है। इस वर्ष प्रगति मैदान के हाल नं 12 में बिहार मंडप को नायब रूप दिया गया है।

मेले के पहले दिन बिहार पवेलियन का बिहार सरकार के स्थनीय आयुक्त विपिन कुमार, उद्योग विभाग के निदेशक पंकज कुमार सिंह एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।

बिहार सरकार के स्थानिय आयुक्त विपिन कुमार ने कहा कि बिहार के ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कृषि के बाद उद्योग का दूसरा सबसे बड़ा स्थान है एवं वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से 30 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है एवं इसकी मदद से हस्त्शिपियों के स्वयं सहायता ग्रुप का गठन किया गया एवं उनमे से 5 कलाकारों को व्यापार मेले में अपने कलाकारी के प्रदर्शन का मौका भी मिला है।

उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार पवेलियन को तैयार करने में पवेलियन के अग्रभाग में स्वयं सहायता ग्रुप द्वारा बिहार की नायब मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग का उपयोग किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि 38वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार पवेलियन में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान द्वारा बिहार की नायब मधुबनी पेंटिंग, टिकुली आर्ट एवं टेराकोटा आर्ट की बेहतरीन झलक देखने को मिलेगी।

पवेलियन के अग्र भाग में बिहार के राष्ट्रिय पुरस्कार से पुरस्कृत श्री देवेन्द्र झा एवं राज्य पुरस्कृत सरोज झा द्वारा मधुबनी पेंटिंग से तैयार 32 पैनलों का प्रयोग किया है, जिसे बनाने में 20 दिनों का समय लगा। पवेलियन के मुख्य द्वार एवं बाहरी हिस्सों में विभिन्न विभागों की प्रदर्षित मनमोहक झलकियां व डिजाइन आगंतुकों को बिहार पवेलियन भ्रमण के लिए मजबूर कर देगा।

बिहार मंडप में उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान द्वारा हस्तषिल्प एवं हैण्डलूम के जीवंत प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र है जहां बिहार के नितू सिन्हा, अनुकृति मिश्रा एवं श्रीमती सुरिधी देवी द्वारा जीवंत प्रदर्शन देख लोग मंत्रमुग्ध हो उठे।

24 नवम्बर को बिहार दिवस का आयोजन होगा एवं इस अवसर पर बिहार पवेलियन का विधिवत उद्धाटन होंगा।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
रबिन्द्र कु झा-9899235055, तरुण-7079277207

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