• April 20, 2020

33 लाख 86 हजार 685 घरों का सर्वेक्षण–सिर्फ 980 लोगों में सामान्य बीमारी– –मुख्यमंत्री

33 लाख 86 हजार 685 घरों का सर्वेक्षण–सिर्फ 980 लोगों में सामान्य बीमारी– –मुख्यमंत्री

 प्रभावित जिलों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चल रहे डोर टू डोर कैंपेनिंग कार्य में और तेजी लायी जाय

 पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर हुआ 33 लाख 86 हजार 685 घरों का सर्वेक्षण, इसमें 1 करोड़ 84 लाख 5 हजार 712 लोग शामिल, इनमें मात्र 980 लोगों में सामान्य बीमारी के लक्षण, यह लाॅकडाउन का प्रभाव है जिसके कारण अन्य बीमारियांे में भी कमी आयी है

 मुख्यमंत्री के निर्देष पर गेहूॅ अधिप्राप्ति का लक्ष्य बढ़ाया गया ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके

 किसानों को फसल कटनी में अधिकारी आवष्यक सहयोग करें

 आपदा राहत केन्द्रों में दिये जा रहे भोजन की गुणवता पर विषेष ध्यान दें

 हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियाॅ एवं शौचालय निर्माण के कार्य में तेजी लाकर रोजगार का सृजन करें, जल-जीवन-हरियाली एवं मनरेगा के अन्तर्गत तालाबों/पोखरों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य तेजी से हों

पटना—-:- मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किए जा रहे कार्यों एवं लॉकडाउन में रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में मुख्य सचिव के साथ गहन समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि 7 निष्चय के कार्यक्रम अन्तर्गत हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियाॅ तथा शौचालय का निर्माण, जल-जीवन-हरियाली एवं मनरेगा के अन्तर्गत तालाबों/पोखरों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य तेजी से हों। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन का उद्देष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध

कराना है ताकि मजदूरों को काम मिलने में कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत एक एकड़ से कम क्षेत्र वाले तालाबों का निर्माण शीघ्रता से हो। जल संसाधन विभाग कटाव निरोधक एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को ससमय पूर्ण कराये। इससे अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों अथवा मजदूरों को रोजगार मिल सकेगा, साथ ही बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य पूर्ण हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के क्रम में गाइडलाइन के अनुरूप स्थानीय मजदूरों का उपयोग किया जाय और स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसिज्योर का पालन किया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो जानकारी दी गयी है, उसके अनुसार रबी फसल की कटाई अंतिम चरण में है। किसानों के हित में गेहूॅ की अधिप्राप्ति का कार्य तेजी से कराना होगा और यह सुनिष्चित कराना होगा कि किसानों को अधिप्राप्ति कार्य में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।

ज्ञात हो कि पूर्व में गेहूॅ की अधिप्राप्ति कम होती थी। वर्तमान में लाॅकडाउन के कारण उत्पन्न समस्या को देखते हुये मुख्यमंत्री के निर्देष पर गेहूॅ अधिप्राप्ति का लक्ष्य 2 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 7 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है ताकि अधिक से अधिक किसानों को उनकी उपज का बाजिव मूल्य मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे भी अधिक की अधिप्राप्ति की जाय ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कटाई के उपरांत फसल अवषेष को खेतों में जलाने से रोकने के लिये किसानों को पे्ररित किया जाय। किसानों को इस बात के लिये भी प्रेरित किया जाय कि खेतों में फसल अवषेष जलाने से खेतों की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है, साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुॅचता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित जिलों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चल रहे डोर टू डोर कैंपेनिंग कार्य में और तेजी लायी जाय। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर अब तक 33 लाख 86 हजार 685 घरों का सर्वेक्षण हुआ है, जिसमें 1 करोड़ 84 लाख 5 हजार 712 लोग शामिल हैं। इनमें मात्र 980 लोगों में सामान्य बीमारी जैसे- सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण पाये गये हैं। यह लाॅकडाउन का परिणाम है जिसके कारण अन्य बीमारियांे में भी कमी आयी है।

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बर्ड फ्लू एवं स्वाइन फीवर को लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है। मुजफ्फरपुर एवं आसपास के इलाकों में ए0ई0एस0 और गया के इलाके में जे0ई0 को लेकर पूरी तरह सतर्क रहने की आवष्यकता है। जे0ई0 की वैक्सिन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिष्चित की जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अंदर चल रहे आपदा राहत केन्द्रों में दिये जा रहे भोजन की गुणवता पर विषेष ध्यान देने की आवष्यकता है। उन्होंने कहा कि आवष्यकतानुसार आपदा राहत केन्द्रों की संख्या बढ़ायी जा सकती है, इसके लिये किसी प्रकार की धनराषि की कोई कमी नहीं है। राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। उन्होंने कहा कि हम इसे आपदा मानते हुये लोगों की सहायता कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर फॅसे लोग बिहार में रह रहे अपने निकट संबंधी एवं परिवार के सदस्यों के लिये परेषान न हों। हम उनका भी ध्यान रख रहे हैं। वर्तमान परिस्थिति में लाॅकडाउन समाज के व्यापक हित में है। आपलोग यदि सोषल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से करेंगे तो आप अपने आपको, अपने परिवार को एवं समाज को इस बड़ी विपत्ति से बचा पायेंगे।

उन्होंने लोगों से अपील की कि आप सभी लोग सचेत एवं सतर्क रहेंगे, तभी स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों और फेक न्यूज से सतर्क रहें और उस पर ध्यान न दें। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सबके सहयोग से हम सब इस महामारी पर विजय प्राप्त करने में सफल होंगे।

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